खबर कैमूर से है जहां कर्पूरी ठाकुर के जयंती पर अपनी पांच सूत्री मांगों को लेकर बिहार कुम्हार प्रजापति समिति द्वारा भभुआ शहर में मार्च निकालकर शहर के लिच्छवी भवन पर धरना प्रदर्शन किया गया एवं सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया गया जिसमें प्रजापति समाज के सैंकड़ों की संख्या महिला एवं पुरुष शामिल हुए. वही प्रजापति समाज के जिला अध्यक्ष जयशंकर बिहार ने बताया कि आजादी के बाद से अब तक कुम्हार प्रजापति समाज को सामाजिक आर्थिक राजनीतिक एवं शैक्षणिक रूप से किसी भी सरकार द्वारा कोई भी सम्मानजनक अधिकार नहीं दिया गया है जिससे कुम्हार प्रजापति समाज का विकास हो सके,आज तक किसी भी दल या राजनीतिक पार्टी द्वारा कुम्हार समाज को राजनीतिक भागीदारी नहीं दी गई है जिससे आज भी कुम्हार प्रजापति समाज हासिय पर खड़ा है जो की कुम्हार समाज का पुश्तैनी धंधा मिट्टी से बर्तन बनाना है परंतु मिट्टी के लिए भी कोई जगह सुनिश्चित नहीं किया गया है. इसलिए सरकार से हमारी मांगे हैं कि 2024 में बिहार सरकार द्वारा कराए गए जातिगत जनगणना के आधार पर प्रजापति समाज की आबादी

के अनुसार सत्ता में भागीदारी दिया जाए,तथा मिट्टी कला बोर्ड की स्थापना हो तथा सरकारी विभाग सरकारी उपक्रमों एवं सार्वजनिक स्थलों पर मिट्टी से निर्मित बर्तनों का उपयोग को बढ़ावा देना, कुम्हार समाज को अनुसूचित जाति में सरकार शामिल करें. एवं प्रजापति समाज पर हो रहे अत्याचार से संरक्षण हेतु अति पिछड़ा न्याय उत्पीड़न कानून विवरण आयोग का गठन हो, कुम्हार समाज के बच्चों के शिक्षा हेतु मुक्त प्रशिक्षण की व्यवस्था करें तथा संविधान निर्मात्री सभा के सचिव रहे स्वतंत्रता सेनानी पदमश्री देशभक्त डॉक्टर रत्नप्पा कुमार की प्रतिमा एवं संग्रहालय बिहार की राजधानी पटना में स्थापित करें इसी मांग को लेकर कुम्हार प्रजापति समाज द्वारा प्रदर्शन करते हुए धरना दिया गया. तथा मुख्यमंत्री बिहार के नाम कैमूर जिला पदाधिकारी सावन कुमार को ज्ञापन दिया गया है,अगर हमारी मांगे पूरी नहीं होती है तो कुम्हार प्रजापति समाज आगे आंदोलन करने के लिए बाध्य हो जाएगी।