125वीं जयंती पर नेताजी को किया गया याद, एनसीसी कैडेटों ने किया नमन गुरुवार को संत कोलंबा महाविद्यालय के एनसीसी कैडेटों ने भारत के महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस को उनके 125वीं जयंती पर याद किया।इस दौरान एनसीसी कंपनी कमांडर ले. डॉ. एसके पांडेय ने कैडेटों को सम्बोधित करते हुए कहा भारत की आजादी में नेताजी सुभाष चंद्र बोस का महत्वपूर्ण योगदान रहा है. लोग इन्हें प्यार से नेताजी भी कहकर पुकारते थे. आज ही के दिन यानी कि 23 जनवरी को सुभाष चंद्र बोस का जन्म ओडिशा के कटक में हुआ था. सुभाष चंद्र बोस को साहस, देशभक्ति और त्याग के मिसाल के तौर पर भी जाना जाता है.नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने सिविल सेवा की परीक्षा पास कर ली थी लेकिन फिर भी इन्होंने अंग्रेजी सरकार के लिए काम करने से मना कर दिया था. देश को आजादी दिलाने के लिए भी नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने कई तरह के नारे दिए थे.

इन नारों में इतनी ताकत थी कि इन्हें सुनने के बाद देश के युवाओं के अंदर एक अलग ही तरह का जोश भर जाता था. नेताजी के ये नारे देश के कोने-कोने में आग की तरह फैलने लगे थे. “तुम मुझे खून दो,मैं तुम्हे आजादी दूंगा” – डॉ. पांडेय ने आगे कहा कि नेताजी का नारा दिल्ली चलो जो उस समय रंगून में दिया गया था,और आज अभिवादन में प्रचलित होने वाला जय हिंद भी उन्हीं के द्वारा दिया गया था। आजाद हिन्द फौज की स्थापना करने के पीछे उनका मकसद रहा था कि साम्राज्य वादी अंग्रेजी हुकूमत को सिर्फ सत्याग्रह के साथ हम नहीं हटा पाएंगे, इस लिए युवाओं से आवाह्न किया कि तुम मुझे खून दो मैं तुम्हे आजादी दूंगा।इस दौरान सीनियर अंडर ऑफिसर कुशल कुमार,अंडर विक्रम सिंह ,चांदनी कुमारी,अमन पांडे सहित 50 से अधिक कैडेट उपस्थित रहे।