जामुड़िया थाने के साइबर सेल को साइबर क्राइम मामले में एक बार फिर बड़ी सफलता मिली. पिछले साल 5 अक्टूबर को नंदी मृण्मय घोष नाम के एक युवक को एक अज्ञात फोन आया। फोन पर कहा गया कि उनके आधार कार्ड से अवैध तरीके से पैसों का लेनदेन किया गया है. यदि पैसा वापस नहीं किया गया तो उन्हें कानूनी रूप से गिरफ्तार कर लिया जाएगा और उनका सामान जब्त कर लिया जाएगा। मृणमोय ने इसकी जानकारी अपने पिता को दी. वे डर गए और 7 अक्टूबर को तीन बार में कुल 9 लाख 58 हजार 985 रुपये भेज दिए। इसके बाद जब उन्होंने उस अनजान नंबर पर कॉल किया तो फोन स्विच ऑफ था. मामले का एहसास होने पर मृणमोय के पिता ने उसी दिन जमुरिया साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत मिलते ही जामुड़िया थाने की साइबर सेल ने जांच शुरू कर दी. वह पैसा कहां गया है और उस खाते को होल्ड पर रखवा दिया इस महीने की 16 तारीख को 7 लाख 18 हजार 944 वापस आये. यह पैसा वापस पाकर उन्होंने जमुरिया थाने की पुलिस और साइबर सेल को धन्यवाद दिया. इस बारे में मृण्मय घोष के पिता सुखेंदु घोष ने बताया कि

उनके बेटे के फोन पर एक अनजान नंबर से फोन आया था जिसमें कहा गया था कि उनके बेटे के आधार कार्ड का इस्तेमाल करके फर्जी सिम निकलवा कर अवैध लेनदेन किया गया है इसलिए उनके अकाउंट में जितने भी पैसे हैं उन्हें भेज दिए जाएं उसकी जांच की जाएगी जांच के बाद उनके पैसे वापस भेज दिए जाएंगे वरना उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी इस फोन कॉल से वह लोग डर गए और उन्होंने 9 लाख से कुछ ज्यादा रकम भेज दे लेकिन उसके बाद जब उन्होंने उसे नंबर पर फोन किया तो फोन स्विच ऑफ था इसके बाद उन्होंने जमुरिया साइबर थाने से संपर्क किया जमुरिया साइबर थाने की पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और जांच शुरू कर दी उनको 7 लाख से कुछ ज्यादा की रकम वापस मिल गई है उन्होंने जमुड़िया साईबर थाने की पुलिस अधिकारियों को धन्यवाद दिया जिनकी वजह से उनको उनके पैसे वापस मिले