प्राचीन एवं धार्मिक नगरी मल्हारगढ़ स्थित पृतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी अतिप्राचीन बड़ा मंदिर मानस भवन के महंत रामगोपाल दास महाराज के तत्वाधान में अन्नकूट महोत्सव का आयोजन किया गया। वही मंदिर के महंत रामगोपाल दास महाराज जी द्वारा बताया गया कि बड़े मानस मंदिर में राधारानी के साथ साथ, नरसिंह भगवान को भी 56 प्रकार के भोग लगाएं गए, इसी के साथ ही महंत रामगोपाल दास महाराज द्वारा बताया गया कि संन 1662 में महाकवि तुलसीदास जी भी कुछ दिन के लिए मल्हारगढ़ स्थित बड़ा मंदिर मानस भवन आ कर रूके थे, मंदिर प्रांगण में ही एक तुलसी का पौधा है,जो स्वयं तुलसी दास ने लगाया था , वह तुलसी का पौधा आज भी मंदिर प्रांगण में मौजूद हैं,आपको बता दें कि यह अन्नकूट महोत्सव का आयोजन प्रतिवर्ष दीपावली के बाद गीरराज जी के पूजन और तुलसी विवाह के बाद ही अन्नकूट का आयोजन किया जाता है,। वही अन्नकूट महोत्सव में नगर के अलावा आसपास के क्षेत्र से महंत और साधु संतों ने कार्यक्रम में उपस्थित हुए,। अन्नकूट प्रसादी महोत्सव में मल्हारगढ़ सहित आस पास के हजारों श्रद्धालुओं ने अन्नकूट प्रसादी ग्रहण किया। साथ ही अन्नकूट महोत्सव में मल्हारगढ़ स्थित बड़ा मंदिर मानस भवन के महंत रामगोपाल दास महाराज के अलावा मंहत रामेश्वर दास महाराज,मंहत ओमकार दास महाराज, मंहत रामचंद्र दास महाराज एवं मंहत विष्णु दास महाराज के साथ साथ आस पास के ग्रामीण बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।
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