आसनसोल के कुल्टी थाना अंतर्गत बराकर के बलतोरिया इलाके में रेलवे की जमीन खाली कराने पहुंची आरपीएफ और रेलवे अधिकारियों की टीम को भारी विरोध का सामना करना पड़ा। बुलडोजर लेकर पहुंचे अधिकारियों को तृणमूल कांग्रेस के नेताओं और स्थानीय लोगों ने घेर लिया और जमकर नारेबाजी की। स्थिति इतनी तनावपूर्ण हो गई जिसको देखते हुए रेलवे अधिकारियों को बिना कार्रवाई के लौटना पड़ा। आसनसोल नगर निगम की मेयर परिषद सदस्य सह तृणमूल कांग्रेस की नेत्री इंद्राणी मिश्रा खुद धरने पर बैठ गईं और रेलवे को बुलडोजर चलाने से रोक दिया। उन्होंने कहा यह यूपी या गुजरात नहीं, यह बंगाल है! यहां बुलडोजर नहीं चलेगा।जब तक इन परिवारों को पुनर्वास नहीं दिया जाता, कोई बेदखली नहीं होगी।इंद्राणी मिश्रा के साथ तृणमूल कांग्रेस के कई नेता और कार्यकर्ता भी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। वही इस घटना की खबर पाकर कुल्टी विधानसभा के भाजपा विधायक डॉ. अजय पोद्दार इलाके में आये. उनके चारों ओर “गो बैक” के नारे लगे।

भाजपा विधायक ने विरोध प्रदर्शन और अवरोध को लेकर राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी पर पलटवार किया। उन्होंने दावा किया, ”मैं इन परिवारों के पुनर्वास के लिए राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखूंगा.तृणमूल कांग्रेस सिर्फ राजनीति कर रही है, गरीबों की परवाह किसी को नहीं है। इलाके में मौजूद आरपीएफ जवानों ने मेयर काउंसिल और विधायकों से बात की और आरपीएफ जवानों ने स्थिति को संभाला. इस घटना को लेकर इलाके में तनाव फैल गया. ऐसा करीब दो घंटे तक हुआ. अंत में, रेलवे के उच्च पदस्थ अधिकारियों से बात करने के बाद, आरपीएफ और अन्य लोग उस दिन बिना अभियान के लौट आए। वही तृणमूल कांग्रेस ने साफ कह दिया है कि बिना पुनर्वास किसी भी परिवार को नहीं हटाने देंगे। वहीं, रेलवे और आरपीएफ इस मुद्दे पर क्या कदम उठाएंगे, यह देखने वाली बात होगी।