प्रतियोगिता में जीतना ही सबकुछ नहीं होता अपितु कार्यक्रम में प्रतिभागिता सबसे अधिक महत्वपूर्ण पहलू है। यह बात मुख्य अतिथि के रूप में श्री जयदीप शर्मा, रीजनल मैनेजर, एसबीआई ने प्रेस्टीज प्रबंधन संस्थान, ग्वालियर के प्रांगण में आयोजित वार्षिक महोत्सव ‘‘स्पंदन-2022’’ के उद्घाटन सत्र के दौरान छात्र/छात्राओं को संबोधित करते हुए कही, साथ ही उन्होने बताया कि शिक्षा संग संस्कार विद्यार्थियो में यदि प्रेषित किये जाए तो निश्चित ही वे भविष्य में समाज एवं राष्ट्र के लिये अमूल्य योगदान दे पाने में सफल होते है। किसी भी शिक्षण संस्थान के लिये विद्यार्थियों हेतु बेहतर शिक्षा का वातावरण उपलब्ध कराने के साथ-साथ आज यह भी अनिवार्य है कि वे विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास हेतु अवसर प्रदान करें एवं उन्हे उन अवसरों को व्यावहारिक जीवन में आत्मसात करने हेतु प्रोत्साहित करें। प्रेस्टीज प्रबंधन संस्थान, ग्वालियर उन सभी शिक्षण संस्थाओ में अग्रणी स्थान रखता है जो विद्यार्थियो को आज भी भारतीय पारंपरिक शिक्षण व्यवस्था के साथ-साथ शिक्षा जगत में हुए परिवर्तनों के माध्यम से आधुनिक शिक्षण पद्धतियो द्वारा शिक्षा उपलब्ध करा रहे है। वही श्री शर्मा ने प्रेस्टीज प्रबंधन एवं शोध संस्थान, ग्वालियर की प्रषंसा करते हुए कहा कि ‘‘स्पंदन-2022’’ शैक्षणिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का एक ऐसा संगम है जिसमें प्रतिभागिता देकर छात्र/छात्राएं अपने सर्वांगीण विकास के बल पर आगे बढ़ सकते है। बता दे की कार्यक्रम की अगली कड़ी में स्पंदन-2022 के समन्वयक प्रो. अभय दुबे एवं डॉ. शिवानी शर्मा ने कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी देते हुये कहा कि ‘‘स्पंदन-2022’’ के दौरान करीब 4000 से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया जिसमें से नेशनल 1500 छात्र/छात्राऐं एवं लोकल कुल 2680 छात्र/छात्राऐं प्रतिभागी रहे। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि ‘‘स्पंदन-2022’’ के दौरान कुल 15 प्रतिस्पर्धाओं का आयोजन किया जायेगा एवं इस स्पंदन-2022 का आयोजन छात्र/छात्राओं द्वारा ही किया जा रहा है, जिससे उन्हे इवेंट मैनेजमेंट के क्षेत्र में महारथ हासिल हो सके।
Posted inMadhya Pradesh