रानीगंज बस स्टैंड के पास एक खुला पड़ा गहरी ड्रेन में एक व्यक्ति गिर गया जिससे उन्हें काफी चोटें आईं स्थानीय लोगों का कहना है कि नगर निगम की लापरवाही की वजह से यहां पर ड्रेन खुला पड़ा है लेकिन इस ड्रेन को ढकने की कोई कोशिश नहीं की जा रही है जिस वजह से हमेशा यहां पर हादसों का डर बना रहता है और आज एक व्यक्ति ड्रेन में गिर गया। इस बारे में जब हमने ड्रेन में गिरने वाले व्यक्ति बापी दास से बात की तो उन्होंने कहा कि आज वह ट्रेन से रानीगंज स्टेशन पर उतरे वह बस से आसनसोल जाना चाहते थे इसलिए वह बस स्टैंड की तरफ आ रहे थे कि अचानक वह उस ड्रेन में गिर गए। उन्होंने बताया कि गिरने की वजह से उनको काफी चोट लगी है यह ड्रेन तकरीबन 10 फीट गहरा है उनको बाहर निकलने में भी काफी कठिनाई हो रही थी आसपास के लोगों द्वारा उनको मदद की गई इस वजह से वह वहां से निकाल पाए उन्होंने कहा कि ड्रेन खुला हुआ था उस पर कोई स्लैब नहीं था जिस वजह से वह गिर गए और उन्हें चोट आई उन्होंने कहा कि यह काफी खतरनाक है आज वह गिरे हैं भविष्य में कोई और भी गिर सकता है वही जब हमने स्थानीय लोगों से बात की तो उन्होंने भी कहा कि यह काफी खतरनाक है और लगभग 2 महीने से यह ऐसे ही खुला पड़ा है इस पर कोई स्लैब भी नहीं लगाया गया है जब यहां पर सफाई कर्मचारी आते हैं और उनके सुपरवाइजर से वह स्लैब लगाने की बात कहते हैं तो सुपरवाइजर कहते हैं कि उनके अधिकारियों से उन्हें आदेश नहीं मिला है इस वजह से वह ड्रेन पर स्लैब नहीं लगा सकते। उन्होंने कहा कि यह एक बेहद व्यस्त इलाका है यह बस स्टैंड के पास है यहां पर रेलवे स्टेशन भी है लोगों का आना जाना होता है सुबह बच्चे स्कूल जाते हैं और ऐसे में अगर यहां

पर ऐसी स्थिति बनी रहे तो कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है और आज एक हादसा हो ही गया वहीं उस व्यक्ति को ड्रेन से निकालने वाले व्यक्तियों ने बताया के आज तो वह वहां पर थे इसलिए वह व्यक्ति बच गया लेकिन यह इतना गहरा है कि अगर कोई बच्चा इसमें गिर जाए तो उसके बचने की उम्मीद ही नहीं है उन्होंने कहा कि कई बार सफाई कर्मचारियों के सुपरवाइजर से कहा गया है लेकिन वह कहते हैं की उनको ऊपर से आदेश नहीं है इसलिए वैसा नहीं कर सकते लोगों का कहना है कि अगर यह इस तरह से खुल रहा तो कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है उन्होंने कहा कि पिछले 2 महीनों से यहां पर ऐसे ही स्थिति बनी हुई है। वहीं बोरो चेयरमैन मुजम्मिल शहजादा ने कहा कि ऐसा नहीं है कि वहां पर पिछले दो महीने से स्लैब नहीं लगा है यह बमुश्किल एक हफ्ते से खुला है। उन्होंने कहा कि यह एक अंडरग्राउंड ड्रेन है रेलवे ट्रैक उसके ऊपर से होकर जाती है उसके साफ सफाई के लिए स्लैब को हटाया गया था फिर उसे ठीक से बैठाया नहीं गया जिस वजह से यह परेशानी हुई। उन्होंने कहा कि लोगों को परेशानी ना हो इसके लिए उस जगह को बैरिकेडिंग कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि किसी वजह से रेक का चक्का स्लैब पर चढ़ गया होगा जिस वजह से वह टूट गया उन्होंने कहा कि स्लैब को बनाया जा रहा है और जिन दीवारों पर टिकी रहती है उन दीवारों को भी मजबूती से बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उस स्लैब के ऊपर से इतनी भारी गाड़ियां पर होती है जिस वजह से वह कमजोर होकर टूट जाती है लेकिन उसे मजबूती से बनाने के लिए आर्डर दे दिया गया है हालांकि उन्होंने सुपरवाइजर के उस कथन को नकार दिया जिसमें सुपरवाइजर यह कहते हैं कि उनके उच्च अधिकारियों का आर्डर नहीं है इस वजह से वह स्लैब नहीं लगा सकते उन्होंने कहा कि उनका काम है और उनको करना पड़ेगा और उन्होंने साफ कहा कि उसे स्लैब को मजबूती से बनाने के लिए पूरी तैयारी की जा रही है और बहुत जल्द से बना लिया जाएगा इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ड्रेन बमुश्किल 10 दिनों से खुला है और 2 महीने से खुला होने की बात गलत है