कुछ लोगों को लगता है कि स्वर्ग का रास्ता प्रधानमंत्री के पद से होकर जाता है एंकर-बिहार सरकार में कृषि मंत्री बनने के बाद विभाग की लगातार पोल खोल रहे है उसी के कारण सुधाकर सिंह को मंत्री पद से इस्तीफ़ देना पड़ा था उसके बाद सुधाकर सिंह लगातार किसान सम्मेलन कर रहे है और बिहार सरकार के खिलाफ जमकर बोल रहे है बता दे कि आज एक बार फिर चैनपुर के हाटा बाजार में किसान सम्मेलन कर सरकार की जमकर आलोचना किया। उन्होंने कहा कि जब हम कृषि मंत्री थे उस समय भी कृषि विभाग का कमान मुख्यमंत्री के पास था,जो किसी को सुनते नहीं, आज सरकार में मंत्री सिर्फ चपरासी बन कर रह गए है,जैसे कार्यालय में चपरासी सिर्फ मुहर मारने के लिए रहता है वही हालात हो गया । प्रधानमंत्री बनने की बेचैनी है नहीं तो लोगों की आत्मा स्वर्ग नहीं जा पाएगी, कुछ लोगों को लगता है कि स्वर्ग का रास्ता प्रधानमंत्री के पद से होकर जाता है सुधाकर सिंह का कहना था कि विधायक बनने से पहले भी मैं किसानों के लिए लड़ता रहा ,विधायक और मंत्री बनने के बाद भी किसानों के लिए लड़ता रहा जिसका नतीजा हुआ कि हमे मंत्री पद छोड़ना पड़ा। 17 साल से बिहार में नीतीश कुमार की सरकार है पर किसानों की बात को अनसुनी कर दी जाती है,जब किसानों के हित के लिए लड़ाई जारी रखा तो हमे मंत्री पद से ही हटवा दिया गया पर सरकार भूल रही है कि भारत किसानों का देश है जहाँ 70 फीसदी किसान रहते है उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो सरकार को बड़ी खमियाजा भुगतना पड़ सकता है। क्या बोले पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह बिहार सीएम को टारगेट करते हुए तानाशाह बताया कि जब हम कृषि मंत्री थे तभी विभाग में मुख्यमंत्री की ही चलती थी आज भी चलती है,सरकार 17 साल से है हम लोग तो नए है पर सरकार पुरानी है पर किसानों की बात सुनने वाला कोई नहीं है,आज सरकार में मंत्री का कद एक चपरासी के समान हो गया है जो कार्यालय में बैठकर सिर्फ मुहर लगाने का काम करता है ।
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