कैमूर में डॉ. अंबेडकर के खिलाफ विवादित बयान देने के विरोध में कांग्रेस ने गृह मंत्री अमित शाह का पुतला दहन, मंत्री पद से इस्तीफे की मांग। एंकर: कैमूर से खबर है कि भारत के गृह मंत्री अमित शाह द्वारा संसद में संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर के खिलाफ दिए गए विवादित बयान के विरोध में आज कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भभुआ शहर के एकता चौक पर अमित शाह का पुतला दहन किया और उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कांग्रेस नेताओं ने अमित शाह से माफी मांगने की मांग की है। इस संबंध में जानकारी देते हुए कांग्रेस के जिला अध्यक्ष सुनील कुशवाहा ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा राज्यसभा में डॉ. भीमराव अंबेडकर के बारे में दिया गया आपत्तिजनक बयान कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा विरोध किया गया है। इस प्रदर्शन के दौरान भभुआ के एकता चौक पर अमित शाह का पुतला दहन किया गया। कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष उपेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि एक

संवैधानिक पद पर बैठकर इस तरह की अमर्यादित टिप्पणी करना गलत है, जिससे देश के करोड़ों दलित, पिछड़ा और अल्पसंख्यक समुदाय के लोग आहत हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी इस भाषा का कड़े शब्दों में विरोध करती है। शाह द्वारा सदन में डॉ. अंबेडकर को ‘फैशन’ कहा और विपक्षी नेताओं को यह कहते हुए आलोचना की कि जो अंबेडकर का नाम लेते हैं, वे भगवान का नाम लें तो स्वर्ग में चले जाते, यह बयान देश की जनता द्वारा विरोध किया जा रहा है। उन्होंने कहा, “आज बाबा साहब द्वारा रचित संविधान से हमारा देश चल रहा है, और उनके नाम का विश्व में सम्मान है। उनके नाम को धूमिल करने का प्रयास राष्ट्र के मूल्यों और सामाजिक सद्भावना के लिए खतरे की बात है।” इसलिए, उन्होंने कहा कि इस आपत्तिजनक बयान के लिए अमित शाह को सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिए और मंत्री पद से इस्तीफा देना चाहिए। यदि ऐसा नहीं हुआ तो देश भर में बड़ा आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा नेताओं का यह आदत बन गया है कि वे महान व्यक्तित्वों का अपमान करते रहते हैं। पहले महात्मा गांधी, फिर जवाहरलाल नेहरू और अब डॉ. भीमराव अंबेडकर का अपमान किया जा रहा है। यदि अमित शाह माफी नहीं मांगते हैं तो इस मुद्दे पर बड़ा आंदोलन किया जाएगा और उन्हें गृह मंत्री पद से इस्तीफा देना होगा।