पांडवेश्वर थाना क्षेत्र के कुमारडीही गांव के बाउरी पाड़ा में अपने मामा के घर रह रही जुड़वां बहनें 1 दिसंबर को स्थानीय उदय संघ मैदान से लापता हो गईं। घटना के 18 दिन बाद भी उनका पता नहीं चला. स्थानीय लोगों का मानना है कि जुड़वा बहनों के मिलने की संभावना कम होती जा रही है. घटना वाले दिन पुलिस जांच के लिए प्रशिक्षित कुत्ते को लेकर आई थी. लेकिन खबर है कि कोई सूत्र हाथ नहीं आया है. पुलिस की जांच पर सवाल उठ रहे हैं. लापता बहनो के पिता बापी बाउरी ने कहा कि पुलिस ने जांच की प्रगति के बारे में हमें कुछ नहीं बताया. इसलिए मैंने कमिश्नरेट के अधिकारियों से मिलकर लड़कियों को ढूंढने के लिए एक विशेष जांच दल या सीट बनाने का अनुरोध किया है.परिवार के अलावा बाउरी समाज और ग्वाला समाज जैसे संगठनों ने भी पुलिस जांच पर सवाल उठाए. पहले ही दो संगठन थाने पर विरोध जता चुके हैं।

उन्होंने अगले सात दिनों के भीतर दोनों बच्चियों को नहीं लाये जाने पर बड़े आंदोलन की धमकी भी दी है। इस बार लापता जुड़वां बच्चों के मामा के पड़ोसियों ने इसी मांग को लेकर बुधवार को पांडवेश्वर पुलिस थाना पर विरोध प्रदर्शन किया. विरोध करने वाले पड़ोसियों के साथ तृणमूल के क्षेत्रीय अध्यक्ष खोकोन मंडल और स्थानीय तृणमूल नेता भी देखे गये. पार्टी के प्रखंड अध्यक्ष कीर्ति मुखोपाध्याय ने कहा कि विधायक के निर्देश पर हम परिवार के साथ हैं.इस दिन सुबह ग्यारह बजे से लगभग एक बजे तक थाना गेट के सामने धरना दिया गया. बाद में प्रदर्शनकारियों के 10-12 प्रतिनिधियों ने थाना प्रभारी से मुलाकात की. उन्होंने अधिकारी से पूछा कि दोनों बच्चियों को अब तक क्यों नहीं खोजा गया। वही पुलिस अधिकारियों ने कहा कि पुलिस हर संभव तरीके से दोनों लड़कियों को ढूंढने की कोशिश कर रही है। उन्होंने यह भी बताया कि जांच में पुलिस को स्थानीय लोगों के सहयोग की जरुरत है.वही विरोध कर रहे है प्रदर्शनकारियों ने कहा कि पुलिस ने अब तक जुड़वा बहनों को बरामद क्यों नहीं कर पाई यह आश्चर्यजनक हैं। पुलिस ने सहयोग मांगा है, हम सहयोग कर रहे हैं। लेकिन अगर पुलिस जल्दी से लापता बच्चों को बरामद नहीं कर पाती है तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।