अस्पताल परिसर और मनरेगा भवन के आसपास तकरीबन 200 पेड़ अधिकारी और आसपास के लोगों ने कुछ महीने पहले लगाने का काम किया था जिससे हरियाली के साथ साथ पेड़ों से मिलने वाला सारा साधन आदमी को मुहैया हो सके उनमें ऑक्सीजन की मात्रा प्रथम होती है लेकिन आज उन पेड़ों को नष्ट करने का काम किया जा रहा है जिस पर किसी की नजर नहीं है। इसको लेकर वन पोशक राजेश कुमार सिंह ने बताया की आसपास के इलाके के लोग इन लगने वाले वृक्षों को तोड़ने का काम कर रहे हैं अपने मवेशी बकरियों आदि को छोड़कर इस पेड़ को क्षति पहुंचा रहे हैं, ऐसे में इन्हें पता नहीं कि यह पेड़ हमें जीवन जीने के लिए हर चीज देते हैं जिनमें ऑक्सीजन लकड़ी और मिट्टी का छयन होने आदि की बात आती है। इन्होंने कहा कि अगर वृक्ष लगता है तो इसमें हमारी पूरी सहभागिता होती है क्योंकि पेड़ हमारे मित्र हैं और मैं इनकी रक्षा करता रहूंगा भले मुझे वन पोषक के तौर पर सोलह सौ रुपया मिलता है लेकिन फिर भी मैं यह काम अपनी स्वेच्छा से वृक्षों के लिए करता हूं।
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