सिंदरी शहर की और आसपास क्षेत्रों की बड़ी आबादी गौशाला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर निर्भर है। इसकी समय सीमा सुबह 10:00 बजे से शाम 3:00 बजे तक है। शहरी सीमा से जुड़ा होने के कारण एसएनएमसीएच की ओवरऑल व्यवस्था तो दुरुस्त है, मगर प्राथमिक शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गौशाला की दुर्दशा दूर नहीं हो सकती। रात्रि के समय मैं चिकित्सक मौजूद नहीं रहते वहां कार्यरत चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों के भरोसे ही चलता है स्वास्थ्य केंद्र स्टाफ की कमी के चलते मरीजों को सही से उपचार नहीं मिल रहा है। ना मिलती है पर्याप्त दवाइयां ना आम लोगों के लिए सैनिटाइजर की व्यवस्था! सुविधाओं के अभाव में लोगों को प्राइवेट चिकित्सकों से इलाज कराना पड़ता है जो बहुत महंगा है। वही हम बताते चलें कि जन विकास संगठन के लेटर पैड पर धनबाद उपायुक्त को लिखित रूप से दिया गया है मगर आज तक इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया यह हॉस्पिटल को देखा जाए तो 24 घंटा चालू रहना चाहिए मगर इस तरीके से नहीं हो रहा एक तरफ महंगाई जान मार रही है दूसरी ओर सरकार जान मार रही है स्वास्थ्य केंद्र अगर सही रहे तो बाहर का दवाई लेने से जनता को राहत मिलेगी मगर वह काम सरकार नहीं कर रही है डीजल पेट्रोल पर रोज पैसा बढ़ाया जाता है मगर उस टैक्स का पैसा कहां जा रही है जनता उस बात की सरकार से जवाब मांग रही है क्या सरकार इस बात का जवाब दे पाएंगे वही बताते चलें कि जन विकास संगठन के सचिव नरेंद्र भाई किशोर भाई जोशी का कहना है इस हॉस्पिटल पर बारीकी से झारखंड सरकार को ध्यान देना चाहिए धनबाद उपायुक्त को भी इस हॉस्पिटल पर ध्यान देना चाहिए ताकि लोगों को राहत मिले
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