बरेली के सपा जिला अध्यक्ष शिवचरण कश्यप पुलिस से भाग रहे थे, क्योंकि उनका गुनाह सिर्फ इतना था कि वह संभल में हो रही हिंसा की स्थिति में संभल जाना चाह रहे थे। दरअसल, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने संभल हिंसा की जांच के लिए एक प्रतिनिधिमंडल नियुक्त किया था, जिसमें आंवला सांसद नीरज मौर्य और शिवचरण कश्यप भी शामिल थे। लेकिन 10 दिसंबर तक संभल में बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक होने के कारण पुलिस उन्हें दौड़ा रही थी।

इस दौड़-भाग के बीच, कश्यप ने बस यही चाहा कि वह इस स्थिति से संभलकर निकल सकें, लेकिन पुलिस उनका पीछा छोड़ने को तैयार नहीं थी।