आज पटना से दरभंगा जाते समय एक बेहद दिल को छू लेने वाली घटना घटी, जब चिराग पासवान ने एक घायल युवक की मदद करने का निर्णय लिया। रास्ते में चलते हुए चिराग ने देखा कि एक युवक बेहोशी की हालत में पड़ा हुआ है। जबकि अन्य लोग वहां से गुजर रहे थे, कोई भी मदद के लिए रुकने को तैयार नहीं था। चिराग ने बिना समय गंवाए अपने काफिले को रोका और खुद आगे बढ़कर घायल युवक की मदद की। वह उसे तुरंत अस्पताल ले गए ताकि उसकी जान बचाई जा सके।

चिराग ने अस्पताल पहुंचने के बाद डॉक्टरों से मिलकर घायल युवक का इलाज सुनिश्चित करने के लिए पूरी प्रक्रिया का ध्यान रखा। उन्होंने डॉक्टरों से बात की और यह सुनिश्चित किया कि घायल को समुचित इलाज मिले। चिराग की यह मदद न केवल एक इंसानियत का उदाहरण प्रस्तुत करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि जब हर कोई पीछे हटता है, तो कोई व्यक्ति आगे आकर दूसरों की मदद कर सकता है। यह घटना आज के समय में सच्ची मानवता का प्रतीक बन गई है।
