एस्सार समूह के सह-संस्थापक शशिकांत रुइया का 80 वर्ष की आयु में मुंबई में लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। वह हाल ही में अमेरिका से इलाज कराकर लौटे थे। उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और परिवार ने शोक व्यक्त किया। पीएम मोदी ने उन्हें उद्योग जगत की महान हस्ती और दूरदर्शी नेता बताते हुए उनकी व्यावसायिक उत्कृष्टता और सामाजिक योगदान की सराहना की।
शशिकांत रुइया ने 1965 में अपने पिता के मार्गदर्शन में करियर की शुरुआत की और 1969 में अपने भाई रवि रुइया के साथ मिलकर एस्सार समूह की स्थापना की। उन्होंने सामुदायिक उत्थान और परोपकार में महत्वपूर्ण योगदान दिया और अपने नेतृत्व से लाखों लोगों पर स्थायी प्रभाव छोड़ा।उनके परिवार में पत्नी मंजू और दो बेटे, प्रशांत और अंशुमान हैं। उनका पार्थिव शरीर रुइया हाउस में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा, और अंतिम संस्कार मुंबई के हिंदू वर्ली श्मशान घाट पर होगा।