लोकेशन=हज़ारीबाग़,झारखंड
हजारीबाग ब्यूरो रोहित की रिपोर्ट
महिलाएं कई घंटे कड़ी धूप में बैठकर गोंदलपुरा कोल ब्लॉक ग्राम सभा का किया विरोध ।
बड़कागांव -: गोंदलपुरा कोल ब्लॉक के लिए सोमवार को बलोदर, हाहे और फुलांग के ग्रामीणों के साथ सामाजिक प्रभाव आकलन (एसआईए स्टडी) हेतु ग्राम सभा का आयोजन किया गया। इस दौरान ग्रामीणों ने ग्राम सभा का कड़ी धूप में घंटों रह कर मौन धारण कर गोंदलपुरा कोल माइंस कंपनी के खिलाफ तख्तियां लिए विरोध किया। और जमीन नहीं देने कंपनी वापस जाने हैं की मांग पर अड़े रहे। ग्रामीण तकरीबन 10 घंटे तक आंदोलन करते रहे।
इस दौरान एजेंसी के अधिकारियों ने उपस्थित ग्रामीणों को कोल माइंस खुलने से होने वाले सभी फायदों के बारे में बताया, जैसे भू-अर्जन अधिनियम 2013 में मुआवज़े से सम्बंधित जानकारी, पारदर्शिता अपनाते हुए भूमि के उचित मुआवज़े का निर्धारिकरण, रोजगार की संभावनाएं और आधारभूत संरचनाओं के विकास से जुड़ी जानकारियां दी।
एवं झारखण्ड सरकार एवं प्रशासन भू-अर्जन अधिनियम 2013 के पूर्ण पालन करने हेतु प्रतिबद्ध है।
मौके पर ग्राम सभा हेतु नियुक्त पदाधिकारी सुनील कुमार सिंह (कानूनगो), राजू दास (अमीन) और परमानन्द महतो (अमीन) आदि मौजूद थे।
ग्रामीणों ने कहा कुछ दिन पूर्व उपायुक्त को ग्रामसभा रद्द करने के लिए आवेदन दिया था। हम लोगों ने स्पष्ट कर दिया था कि किसी भी सूरत पर हम लोग अपनी जमीन नहीं देंगे
अब तक दो बार हम लोगों ने ग्राम सभा का विरोध किया और दोनों बार अधिकारियों को वापस लौटना पड़ा हम बहुत जिद्दी हैं जान दे देंगे लेकिन जमीन नहीं देंगे क्योंकि इसी जमीन से हमारे पूर्वज से लेकर अब तक जोत कोड़ खेती कर परिवार का पालन पोषण कर रहे हैं।