मुंगावली में नवरात्रि की धूम प्रतिवर्ष रहती है और इन नो दिनो में ये भी कहना अतिश्योक्ति नहीं होगी, की नगर में पूरे वर्ष की सबसे बड़ी संख्या मुंगावली में भ्रमण करती है, चारो तरफ धार्मिक माहौल दिखाई देता है और गली चौराहे से जय माता की ध्वनि सुनाई देती है। इन नो दिनो में माता के नो स्वरूप की पूजा प्रत्येक झांकी पांडाल और माता के सभी मंदिरों में की जाती है, फिर दसवां दिन मां की विदाई का होता है, जिसमे सभी आयोजक समितियां नगरवासी और आसपास के ग्रामीण मां को बिदा करते है और इन नो दिनो की क्षमा प्रार्थना पूर्ण आहुति पर करते है हवन के के उपरांत कन्या भोज या भंडारा किया जाता है, हालाकि बस स्टैंड पर इस नवरात्रि का सबसे बड़ा भंडारा किया जाता है जिसमे नगर के अलावा आसपास के सभी लोग भंडारा ग्रहण करते है ये भंडारा निरंतर कई वर्षो से इस दशहरा समारोह का हिस्सा बना हुआ है। साथ ही चल झांकी समारोह में सभी आयोजक क्रम से अपनी अपनी झांकी के साथ ढोल, डी जे, बैंड की धुन पर थिरकते नजर आए, और इसी विसर्जन समारोह में एक समय तेज बारिश ने खलल डाला परंतु भक्तिमय माहौल में कही कमी देखने को नहीं मिली। मुंगावली नगर की झांकियों के विसर्जन की 2 जगह बेतवा नदी और भुजरियां तालाब पर प्रशासन की चकचोबंध व्यवस्था देखने को मिली, जिसमे पुलिस थाना टी आई अजय जाट स्वयं मोर्चा संभाले हुए नजर आए इसके अलावा मुंगावली नगर परिषद की भी बेहतर सेवा देखने को मिली।