दशहरा मेले में परिवार से बिछड़ा व्यक्ति 25 साल बाद मिला, मानसिक विक्षिप्त, मां और भाई की तलाश में निधन। एंकर: कैमूर से एक बड़ी खबर है। 20 साल पहले भभुआ शहर में दशहरा मेले के दौरान अपने परिवार से बिछड़ने वाला एक व्यक्ति अब दशहरा के बाद अपने परिवार से मिला है। यह व्यक्ति मानसिक विक्षिप्त है और बिछड़ने के बाद से अखलासपुर बस स्टैंड के पास लिट्टी-चोखा की दुकान पर रह रहा था। सूत्रों के अनुसार, यह व्यक्ति भगवानपुर थाना क्षेत्र के मातर गांव का निवासी है, जिसे लोग ‘गूंगा’ के नाम से जानते हैं। 20 साल पहले मेले में बिछड़ने के बाद उसकी मां और छोटे भाई ने उसकी तलाश में कई प्रयास किए, लेकिन अंततः उनकी मृत्यु हो गई।
हाल ही में कुछ स्थानीय लोगों ने उसे भभुआ शहर के अखलासपुर बस स्टैंड के पास देखा और उसकी पहचान की। जब परिजन उसे लेने पहुंचे, तो दुकानदार ने उन्हें रोकने की कोशिश की। इसके बाद सूचना पुलिस को दी गई, जिसने पहुंचकर व्यक्ति को परिजनों के हवाले कर दिया। दुकान मालिक लक्ष्मण मल्लाह ने बताया कि यह व्यक्ति 2013 में उनके पास आया था और तब से यहीं रह रहा था। उन्होंने उसकी देखभाल भी की। भभुआ थाना के एसआई शीतल राय ने बताया कि व्यक्ति की पहचान हो गई है और अब उसे उसके परिवार को सौंपा जाएगा। परिजनों में इस पुनर्मिलन से खुशी की लहर है। बाईट – सुइयां रानी, भव: “हम बहुत खुश हैं कि वह वापस आ गया है।” बाईट – लक्ष्मण मल्लाह, दुकान मालिक: “मुझे खुशी है कि परिवार मिल गया।” बाईट – शीतल राय, एसआई भभुआ थाना: “हमने उचित कार्रवाई की है और व्यक्ति को उसके परिवार को सौंपा जा रहा है।”