हेमंत सरकार शर्म करो! जी हां किसी भी सरकार के लिए इससे बड़ी शर्म की बात क्या हो सकती है की छोटे छोटे बच्चे,वो भी मरीज, धरना पर बैठे हो । एक तरफ हेमंत सरकार, आगामी विधान सभा चुनाव को लेकर बड़ी बड़ी योजनाओं को लागू करने का दावा कर रही है तो दूसरे और ये मासूम बच्चे उन्हें आईना दिखा रहे हैं ऐसी मईया सम्मान योजना का क्या लाभ जब मईया अपने बच्चे को लेकर बीच चौराहे पर धरना पर बैठी हो । ये बच्चे,थैलेसीमिया नामक बीमारी से ग्रसित है। समाजसेवी अंकित राजगढ़िया,समाजसेवी रवि शेखर थैलेसीमिया बच्ची अराध्य के पिता गणेश शर्मा ने ,कहा थैलेसीमिया को लेकर उनकी मांग पूरी नहीं हुई
इसलिए धरना धरना पर बैठे हैं।अंकित ने बताया कि उन्होंने उपायुक्त ऑफिस एनएमसीएच हॉस्पिटल सुपरिटेंडेंट,सिवेल सृजन और अनुमंडल पदाधिकारी धनबाद से मिलकर थैलेसीमिया बच्चों की जीवन रक्षा हेतु दो मुख्य मांगों को रखा था इसमे बच्चों के लिए दवाई और दे डे केयर सेंटर की मांग है मांग पत्र मे 3 दिन का समय दिया गया था ,यह मांग पूरी नहीं हुई इसलिए अब थैलेसीमिया बच्चों उनके परिजन के साथ धरना देने पर मजबूर है समाजसेवी अंकित राजगढ़िया ने बताया कि वह 10 साल से हर जगह दे डे केयर सेंटर की मांग कर चुके लगातार बच्चे दवाई और जांच के अभाव मे मर रहे है दे केयर सेंटर से कम मे वह नहीं मानेंगे अब और नहीं सरकार को हमारी मांगे माननी होगी और य़ह भी बताया कि यह धरना शांति पूर्ण होगा और धरना को धनबाद की कई संस्थाओं ने समर्थन दिया है रोटी बैंक युथ क्लब के अध्यक्ष रवि शेखर ने बताया बच्चों की जीवन रक्षा करना सरकार का कर्तव्य है, और जब तक मांग पूरी नहीं होगी हमारे आंदोलन इसी तरह चलता रहेगा! प्रस्तुत है पंकज सिन्हा की रिपोर्ट धनबाद के रणधीर वर्मा चौक से।