कलाकारों की अदाकारी का कोई जवाब नहीं। जी हां कला में साक्षात माता सरस्वती का वास है यह सिद्ध कर दिया बीरालाल बेसरा ने अपने सुर से वैसे तो ये कई बार सम्मानित हो चुके हैं और आगे भी प्रयास जारी है कल धनबाद के न्यू टाउन हाल में संथाली साहित्य पर आयोजित एक कार्यक्रम में बिरालाल बेसरा से एक छोटी सी मुलाकात हुई देखिए और सुनिए की कैसे कोई संगीतकार मेल और फीमेल आवाज में गाना गा सकता है आपने पहले ऐसा टैलेंट शो में कई कलाकारों को देखा होगा प्रस्तुत है पंकज सिन्हा की रिपोर्ट धनबाद से
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