मध्य प्रदेश के इंदौर में भाजपा जिलाध्यक्ष चिंटू वर्मा के बयान ने सियासी हंगामा खड़ा कर दिया है। वर्मा ने सुझाव दिया कि गरबा पंडाल में आने वाले हर व्यक्ति को गौमूत्र का आचमन और माथे पर तिलक लगाकर ही प्रवेश दिया जाए। कांग्रेस ने इस बयान की आलोचना करते हुए इसे “बचकाना” और “ध्रुवीकरण की राजनीति” का हिस्सा बताया। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि इस तरह के बयान धार्मिक ध्रुवीकरण को बढ़ावा देने के लिए दिए जाते हैं।
इंदौर में नवरात्रि से पहले गरबा आयोजन की तैयारियां जोरों पर हैं, और इसी बीच भाजपा जिलाध्यक्ष चिंटू वर्मा ने गरबा पंडाल में प्रवेश को लेकर विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि गरबा में माता की पूजा हमारी बहन-बेटियों द्वारा की जाती है और इसमें केवल हिंदू धर्मावलंबियों को ही भाग लेना चाहिए। वर्मा ने सुझाव दिया कि सभी लोगों के माथे पर तिलक लगाया जाए और प्रसाद के रूप में गोमूत्र का आचमन कराया जाए। उनका दावा है कि इस कदम से गरबा पंडालों में विधर्मियों के प्रवेश को रोका जा सकता है। इस बयान पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए इसे ध्रुवीकरण की राजनीति करार दिया है।