सिमुलतला स्टेशन में पहले भी तत्काल टिकट के नाम पर अबैध वसूली का आरोप लगाये गयें थे, वर्तमान रविवार को भी स्थानिय यात्रियों से तत्काल टिकट के नाम पर, 740 के जगह 1,000 रु0 वसुली कर लिया गया, अपने डयूटी में तीन नम्बर काउंटर पर टिकट काट रहे निरंजन कुमार ने दो स्थानिय यात्री किताउल अंसारी एवं किशन कुमार दास को 520 रुपये ज्यादा ले लिया,
यह अबैध वसुली लगातार चल रही है, इस मामले पर स्टेशन मास्टर कुछ बोलने से परहेज कर रहे हैं, जबकि स्टेशन का मेनेजर स्टेशन मास्टर ही होते है, मैनेजर साहव चुप क्यों हैं, स्थानिय नेता श्रीकान्त यादव ने कहा कि मेनेंजर साहब मेनेज हैं, क्योंकि अबैध वसुली निचे से ऊपर तक के पदाधिकारी तक जाता है, यह व्यवस्था सदियों से चल रही है, हम क्या कर सकते हैं, आखिर कब तक गरीब अनजान यात्रियों से ठगते रहेगें, क्या इस मामले को देखने बाले पदाधिकारी रेलवे में नही है, क्या यहा का सिस्टम ठिक हो पाएगा