जी हां दोस्तों सुनने में बड़ा आश्चर्य है लेकिन सत्य है आज आपको एक ऐसी खबर दिखाते हैं जिसे देखकर आपकी सांसें तेज हो जाएंगी दिल की धड़कन बढ़ जाएगी क्या ऐसी भी मजबूरी हो सकती है? क्या ये लोकतंत्र है? क्या यहां के विधायक , यहां के सांसद, यहां के प्रशासन,सभी नाम मात्र के हैं? जी हां यही सत्य है ये कही और की बात नहीं ये आपके शहर धनबाद के झरिया विधान सभा क्षेत्र की है यहां मौत और जीवन के बीच का फासला कितना कम है छोटे छोटे बच्चे, औरते और न जाने कितने परिवार मजबूर हैं इस तरह के जीवन
जीने के लिए। यहां दुर्घटना होना किसी की जान जाना आम बात है आखिर कब तक ऐसा होते रहेगा कब जागेंगे बीसीसीएल के अधिकारी? कब खत्म होगा आउटसोर्सिंग कंपनियों का लालच,और कब बोध होगा नेताओं को? और कब निभायेंगे अपना फर्ज यहां के जन प्रतिनिधि? पूछता है झरिया? देखिए newz इंडिया 24 की यह प्रस्तुति पंकज सिन्हा के साथ।