बिहार में जमुई जिला के झाझा नगर परिषद् के हेलाजोत में एक ऐसा हॉस्पिटल जो प्रमुख नामों में शुमार है, अपोलो हॉस्पिटल कई राज्यों में अपना सुविधा केन्द्र खोल रखा है, बताते चले कि झाझा नगर परिषद क्षेत्र हेलाजोत में अपोलो सुबिधा केन्द्र के नाम पर अपोलो हॉस्पिटल खोल रखा है, झाझा के रहने बाले हॉस्पिटल संचालक सुभाष बरनवाल एवं उनकी पत्नी शरीन ने, यह मामला तब आया जब एक महिला का आपरेशन गलत कर दिया, एवं दुसरे हॉस्पिटल में उसकी मौत हो गई,एवं उनके चार छोटे,छोटे बच्चें हैं, पिडिता को कोई मुआवजा नही मिला, हॉस्पिटल के खिलाफ आवेदन नही लिया थाना ने, प्रशानिक विभाग पूरी तरह बचाने का प्रयास कर रही है, महिला मरीज के मौत होने पर पत्रकार जब हॉस्पिटल पहुंचा तो सुभाष बरनवाल ने 40/50 की संख्या में गुंडो को बुलवाया एवं पत्रकारों के साथ गाली गलोज मारपीट किया एवं केश भी कर दिया, वर्तमान समय में टेड्र लाईसेंस अबधी खत्म होने के बाबजूद अपोलो हॉस्पिटल चल रहा है,’ ‘ अपोलो हॉस्पिटल में डाक्टर की लम्बी सुची, एवं बैनर बने हुए हैं, इमरजेंसीं सेवा भी उपलब्ध है,
यहाँ चिर फाड़ आपरेशन होता है, डाक्टर की सेवा सिर्फ कागजों पर सिमट कर रह गई है, जमुई जिला SDM अभय कान्त तिवारी ने कहा कि जाँच टीम जाँच कर रही, उन्होनें कहा बहुत सारा काय टरिया फुलफील करना है, ट्रेड लाइसेंस रेनुयल नही हुआ है अभी तक, झाझा अपोलो हॉस्टिल का लाइसेंस बिना टेड्र लाईसेंस कैसे मिल गया, यह सबाल है जमुई सियस से, क्या यही कारण है जाँच पर आँच आने का, झाझा अपोलों हॉस्पिटल नाम फर्जी, लाइसेंस नही, टेड्र लाईसेंस नही, डिग्री धारी डाक्टर एवं नर्स ईलाज नही करता है, फिर अपोलों हॉस्पिटल प्रशासन के नजर में, SDM के नजर में, सियस के नजर में फिर सम्पूर्ण जाँच, हॉस्पिटल को शिल बन्द क्यों नही कराया गया, आखिर किस विशेष व्यक्ति, नेता, पदाधिकारी का, किस माफिया का साथ मिल रहा, किस गुंडे के कारण बच रहा है, अबैध तरीके से चल रहे झाझा अपोलों हॉस्पिटल पर कुछ भी कारवाई नही, सियस एवं डीएम साहिबा क्या कारवाई करगें देखने बाली बात होगी