अमेरिका के केंद्रीय बैंक, फेडरल रिजर्व, ने ब्याज दरों में 50 बेसिस अंकों की कटौती की है, जो मार्च 2020 के बाद पहली बार हुआ है। यह कटौती महंगाई में गिरावट के प्रति बढ़ते विश्वास के कारण की गई। नई ब्याज दर 4.75 से 5% के बीच है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि इस साल और भी कटौती हो सकती है। कटौती का असर भारत समेत वैश्विक शेयर बाजारों पर देखने को मिल सकता है, हालांकि अमेरिकी शेयर बाजार इस घोषणा के बाद भी गिरावट में रहे।
फेडरल रिजर्व ने राजनीतिक दबाव से इनकार किया है, बावजूद इसके कि डेमोक्रेटिक पार्टी ने दरों में कमी का दबाव डाला था।