दिल्ली सरकार के परिवहन विभाग द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार, राजधानी दिल्ली में हर दिन औसतन चार लोग सड़क हादसों के शिकार हो जाते हैं। इस रिपोर्ट में सड़क सुरक्षा की गंभीर स्थिति की ओर इशारा किया गया है, जो सड़क पर चलने वाले लोगों के लिए एक बड़ी चिंता का विषय बन चुकी है। रिपोर्ट के आंकड़े यह दर्शाते हैं कि राजधानी में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या लगातार बढ़ रही है,
जिससे जीवन की सुरक्षा पर सवाल उठने लगे हैं। चिंता की बात यह है कि सड़क हादसों की संख्या और मौतें अब कोविड पूर्व स्तर पर वापस पहुंच गई हैं। 2020 और 2021 में सड़क दुर्घटनाओं में कमी आई थी, लेकिन 2022 में ये आंकड़े 2019 के स्तर पर लौट आए हैं। 2021 की तुलना में 2022 में जानलेवा सड़क हादसों की संख्या में 28% की वृद्धि हुई है, जो सुरक्षा के लिहाज से एक गंभीर संकेत है