विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को BRICS के महत्व पर उठाए गए सवालों को खारिज करते हुए एक महत्वपूर्ण बयान दिया। उन्होंने तर्क किया कि ‘एक और क्लब’ की कोई जरूरत नहीं होने की आलोचना को चुनौती दी और कहा कि विकसित दुनिया में BRICS के प्रति असुरक्षा का भाव स्पष्ट है। जयशंकर ने स्विट्जरलैंड के जिनेवा में थिंक टैंक ‘ग्लोबल सेंटर फॉर सिक्योरिटी पॉलिसी’ में फ्रांसीसी राजदूत जीन-डेविड लेविट के साथ चर्चा करते हुए यह टिप्पणी की। उनके इस बयान से यह स्पष्ट हुआ कि BRICS को लेकर पश्चिमी देशों
की प्रतिक्रिया पर वे असंतुष्ट हैं और इसे एक महत्वपूर्ण वैश्विक मंच मानते हैं। जयशंकर ने जोरदार तालियों के बीच कहा कि BRICS की ज़रूरत इसलिए पड़ी क्योंकि G7 में दूसरों को जगह नहीं दी जाती। उन्होंने कहा कि पश्चिमी देशों की असुरक्षा और विरोध BRICS को लेकर अजीब है, और इससे पता चलता है कि BRICS को लेकर लोगों की मानसिकता में असंतोष है।