आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक जूनियर महिला चिकित्सक के साथ हुए दुष्कर्म और हत्या के खिलाफ केंद्र सरकार और सीबीआई पर गंभीर आरोप लगाते हुए बुधवार को रानीगंज ब्लॉक तृणमूल कांग्रेस की ओर से एक विशाल रैली निकाली गई। यह रैली रानीगंज के तारबांग्ला मोड़ से शुरू होकर रानीगंज बाजार होते हुए नेताजी मोड़ पर सभा के साथ संपन्न हुई।इस रैली में तृणमूल कांग्रेस के प्रमुख नेताओं ने भाग लिया, जिनमें रानीगंज शहर अध्यक्ष रुपेश यादव,आसनसोल नगर निगम के मेयर परिषद सदस्य दिव्येंदु भगत,रानीगंज बोरो चेयरमैन मुजम्मिल शहजादा,माइनॉरिटी सेल अध्यक्ष नियाज अहमद, एसटी-एससी-ओबीसी अध्यक्ष अजय मंडल,युवा अध्यक्ष विक्टर बगछी,पार्षद अख्तरी खातून,रंजीत सिंह,बापी चक्रवर्ती, सदन कुमार सिंह,संदीप भालोटिया,असरफ खान,सुभो भट्टाचार्य और कई अन्य कार्यकर्ता शामिल थे। रैली के दौरान रुपेश यादव ने सीपीएम और बीजेपी पर तीखा हमला करते हुए कहा कि ये पार्टियां जनता को गुमराह कर रही हैं और उनके आंदोलनों का जनहित से कोई लेना-देना नहीं है।
उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा महिलाओं के अधिकारों और स्वास्थ्य सेवाओं के लिए चलाई जा रही योजनाओं की प्रशंसा की, जिसमें स्वास्थ्य साथी कार्ड और लक्ष्मी भंडार प्रमुख हैं। रुपेश यादव ने आरोप लगाया कि सीबीआई केंद्र सरकार के इशारों पर काम कर रही है, जबकि राज्य सरकार अपराधियों को सजा दिलाने के लिए तत्पर है। रानीगंज बोरो चेयरमैन मुजम्मिल शहजादा ने सीपीएम के मोमबत्ती जलाकर किए जा रहे विरोध प्रदर्शन की आलोचना करते हुए कहा कि उनके शासनकाल में महिलाओं पर अत्याचार की घटनाएं अधिक थीं, और अब वे किस संदेश के साथ मोमबत्ती जला रहे हैं। उन्होंने जनता से अपील की कि वे ऐसे आंदोलनों के खिलाफ खड़े हों। बापी चक्रवर्ती ने आरोप लगाया कि कुछ स्वयंसेवी संस्थाएं माकपा के इशारे पर राज्य सरकार के खिलाफ आंदोलन कर रही हैं। उन्होंने कहा कि यदि यह डॉक्टरों का वास्तविक आंदोलन होता, तो मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग नहीं उठाई जाती। चक्रवर्ती ने जोर देकर कहा कि यह आंदोलन बीजेपी और माकपा की साजिश का हिस्सा है। रैली में नेताओं ने स्पष्ट रूप से संदेश दिया कि ममता बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस को बदनाम करने के लिए यह साजिश रची जा रही है, लेकिन जनता अब सच्चाई जान चुकी है