ऑनलाइन शिक्षा की नई परिभाषा गढ़ने वाली एडटेक कंपनी बायजू फिलहाल गंभीर संकट में है। एक समय था जब कंपनी के संस्थापक बायजू रविंद्रन देश के स्टार्टअप और ऑनलाइन एजुकेशन इकोसिस्टम के पोस्टर ब्वॉय थे। कंपनी पर निवेशक आंख मूंदकर पैसे उड़ेल रहे थे, पर अब कहानी कुछ और है। निवेशकों और लेनदारों के साथ कंपनी के विवादों का दौर अब थमने का नाम ही नहीं ले रहा।
कंपनी देनदारों के साथ विवादों और नियामक अनुपालन में विफलता के कारण दिवालियापन की कगार पर है। अदालत ने दिवालियापन की कार्यवाही शुरू की है और लेनदारों को अपने बकाये का दावा करने के लिए आमंत्रित किया है। अब तक किए गए दावों में ग्लास ट्रस्ट और आकाश एजुकेशन सर्विसेज लिमिटेड शामिल हैं। कंपनी की संपत्ति फ्रीज कर दी गई हैं और अदालत ने पंकज श्रीवास्तव को अंतरिम समाधान पेशेवर नियुक्त किया है।