मां शक्ति सत्संग मंडल के द्वारा नवरात्रि का 75 वर्ष होने पर अमृत वर्ष पर गुजराती समाज धनबाद में बहुत धूम धाम से गर्वा मानते हुए। कोयला राजधानी धनबाद जहां आज सैकड़ों वर्ष पहले पूरे भारत के व्यापारी आकर बसने लगे। इनमें कच्छी समाज ,(गुजराती) जिनका धनबाद के विकास में बहुत योगदान रहा है। बहुत संख्या में धनबाद आकर बसे अपने साथ अपनी समाज का पहचान, अपने रंग बिरंगी परंपराएं भी लाए। नवरात्र के अवसर पर गर्वा नृत्य गुजराती समाज बहुत उत्साह से मानता है। धनबाद गुजराती स्कूल प्रांगण में मां शक्ति सत्संग मंडल आजादी के अमृत वर्ष में अपना 75 वर्ष मानते हुए । आयोजन में शामिल हुए श्री भुजंगी लाल पांड्या ने कहा हम देस के आजादी से भी पहले से गर्वा का कार्यक्रम मानते आ रहे हैं ।श्रीमती बबीना चावड़ा ने कहा की पूरे वर्ष इसका इंतजार रहता है।इनके अलावा लीना चावड़ा ,जागृति परमार,देविका परमार ।इन्होंने कहा की हम नवरात्र के अवसर पर पारंपरिक रूप से गर्वा मानते है जिसमें पश्चिमी सभ्यता का प्रवेश नही है
Posted inJharkhand