ग्वालियर में चाइल्ड ट्रैफिकिंग का मामला सामने आया है। चाइल्ड ट्रैफिकिंग गैंग के पांच आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने फरियादी महिला को शराब पिलाकर उसके दोनो बच्चो को अगवा किया था। जिसको पुलिस ने पांच दिन में ढूंढ निकाला है। इनमें तीन साल का बच्चा श्योपुर के कराहल और 15 दिन की बच्ची को भिंड के मौ से बरामद किया है। वही पुलिस आरोपियों से पूछताछ में जुड़ गई है। वीओ- दरअसल मुरार थाना क्षेत्र टप्पा तहसील मुरार में रहने वाली सरोज बांधकर मूलतः टीकमगढ़ की रहने वाली है। यहां ग्वालियर में रहकर मजदूरी का काम करती है। सरोज अपने दोनों ही बच्चों को लेकर 19 अगस्त को बाजार गई हुई थी। इस बीच उसकी मुलाकात मछली मंडी नदी पार टाल पर एक महिला और युवक से हुई। इन सभी ने शराब पार्टी की और शराब की नशे में वहां सो गई।
जब महिला को होश आया तो उसके दोनों बच्चे गायब थे। जिसकी शिकायत उसने थाने में की। बच्चों के अपहरण की शिकायत पर पुलिस की टीम आरोपियो की तलाश में जुड़ गई। तभी पुलिस को मुखबिर ने बताया कि सत्यनारायण गोला का मंदिर चौराहे पर खड़ा है। पुलिस ने घेराबंदी कर उसे दबोच लिया। पुलिस ने उससे सख्ती से पूछताछ की तो उसने अपराध कबूल किया। उसने बताया कि अपनी पत्नी नीलम गोस्वामी के साथ मिलकर सरोज को शराब पिलाई थी और उसके दोनों बच्चों को अगवा कर लिया था और तीन साल के बालक को श्योपुर के कराहल में शालू किन्नर को दे दिया। वही 15 दिन की मासूम बच्ची को भिंड के मौ मकेटा गांव में पूजा शर्मा और दीपक वाल्मीकि को सौंपा था। जहां से पुलिस ने दोनों बच्चों को बरामद कर लिया। पुलिस ने दोनों बच्चों को मिलने के बाद आरोपी सत्यनारायण जाटव, नीलम गोस्वामी, शालू किन्नर, पूजा शर्मा और उसके दोस्त दीपक वाल्मीकि को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस को आशंका है कि इस गैंग ने ऐसे कई बच्चों की ट्रैफिकिंग की होगी। जिसे लेकर पूछताछ की जा रही गई। फिलहाल पुलिस ने इन पांचो आरोपियों के खिलाफ अपहरण कर खरीद फरोख्त के मामले में मामला दर्ज कर कार्रवाई में जुट गई है।