इस बार जन्माष्टमी पर मंदिरों में लड्डू गोपाल की मोहक छवि श्रद्धालुओं को भाव विभोर करेगी। वृंदावन के कारीगरों द्वारा तैयार किए गए वस्त्रों व आभूषणों से कन्हैया का भव्य शृंगार किया जाएगा। गर्भगृह से लेकर मंदिर परिसर फूलों से सजेंगे। लाइटिंग की छटा भी अनूठी रहेगी। इस दौरान कृष्ण की लीलाओं पर आधारित झांकियों का नजारा भी अद्भुत दिखेगा। सबसे ज्यादा भव्यता इस्कॉन, लक्ष्मी नारायण व बिरला मंदिर में रहेगी। इनमें लड्डू गोपाल का साज-श्रृंगार आकर्षक होगा। विशेष पूजा-अर्चना और आरती होगी। भक्ति रस से सराबोर कार्यक्रमों का भी आयोजन होगा।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में विभिन्न कलाकार भगवान श्रीकृष्ण के जीवन की कथाओं पर आधारित नृत्य और नाटकों का प्रदर्शन करेंगे। इनमें धार्मिक भावनाओं के प्रकटीकरण के साथ भगवान श्रीकृष्ण के जीवन और उनकी शिक्षाओं का भी मंचन होगा। कृष्ण की लीलाओं पर आधारित झांकियों का अद्भुत नजारा भी देखने को मिलेगा। द्वारका स्थित इस्कॉन मंदिर में पूरे दिन कीर्तन होगा। मंदिर के उपाध्यक्ष गौर प्रभु ने कहा कि जन्माष्टमी की पूर्व संध्या पर रविवार को स्कूली बच्चे कृष्ण के जीवन और लीलाओं को दर्शाने वाले नाटक प्रस्तुत करेंगे।