उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 12 साल बाद एक बार फिर महाकुंभ होगा. 75 दिनों तक चलने वाले आस्था, आध्यात्म व संस्कृति के इस संगम को शानदार तरीके से संपन्न करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने पूरी ताकत झोंक रखी है. भारत की पुरानी परंपराओं को दिखाने, बताने और देश – विदेश के लोगों को इसका एहसास कराने के लिए मेगा शोकेस के तौर पर यहां संस्कृति ग्राम बसाया जा रहा है.
5 एकड़ में बसने वाले इस संस्कृति ग्राम में 45 दिनों तक विभिन्न आयोजन होंगे. इसमें सनातन परंपरा को देखने और समझने का मौका मिलेगा. इसे देखने के लिए इस बार 75 देशों से करीब 25 करोड़ लोगों के पहुंचने का अनुमान है. उत्तर प्रदेश सरकार में पर्यटन विभाग की योजना के मुताबिक संस्कृति ग्राम में एआर व वीआर की सुविधा होगी. इससे महाकुंभ में आयोजित होने वाले विभिन्न सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और ऐतिहासिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति होगी. पूरे मेला क्षेत्र की निगरानी ड्रोन कैमरे से होगी. यह ड्रोन कैमरे एआई से कनेक्टेड होंगे. मौनी अमावस्या पर करीब 6 करोड़ लोग आएंगे. उनके लिए 2025 महाकुंभ स्पेशल ट्रेन, 10 हजार बसें चलाई जाएंगी.