रापुर नगर पंचायत के गाजीपुर ईदगाह मैदान में जन संवाद कर लोगों को वोट की ताकत का एहसास दिलाया। प्रशांत किशोर ने खचाखच भरे पंडाल में जनसंवाद के माध्यम से लोगो को इस बात के लिए हामी भरवाई की आने वाले चुनाव में जाति, धर्म, पैसा, अगड़ा पिछड़ा, नेता का चेहरा देखकर वोट नही करेंगे, बल्कि अपने बच्चों के चेहरा को सामने रखकर उनके बेबसी, बेरोजगारी दूर करने, पढ़ाई और रोजगार को ध्यान में रखकर वोट करेंगे। उन्होंने लोगो से ही कबुलवाया कि उनके बदहाली का राज क्या है। पहली बार तारापुर आगमन पर जिस तरह लोगो ने उपस्थिति दर्ज किया उससे अन्य राजनीतिक दलों के अंदरखाने में चिंतन शुरू हो गया है। प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि अभी आपको एक मंत्र बता रहे हैं, वोट जिसे देना है दीजिए, लेकिन एक बार मेरी सलाह जरूर मानिए। वोट देते समय सिर्फ और सिर्फ अपने बच्चों का चेहरा याद रखिए, अपने बच्चों के लिए वोट दीजिए। आपने वोट दिया जाति के नाम पर, आपने वोट दिया विचारधारा के नाम पर, आपने वोट दिया हिंदू-मुसलमान बनकर, आपने वोट दिया लालू का, नीतीश का और मोदी का चेहरा देखकर, फिर भी आपका जीवन नहीं सुधरा।
एक बार मेरी बात मानिए, लोग कहते हैं, मैं जिसे सलाह देता हूं वो राजा बन जाता है, मैं एक ही सलाह दे रहा हूं। अगली बार वोट अपने बच्चों का चेहरा देखकर दीजिए, आपके बच्चे भी बेरोजगार नहीं रहेंगे। प्रशांत किशोर ने कहा कि लोग कहते हैं कि अपने बच्चों का चेहरा देखकर वोट देने से क्या होगा? आपने मोदी का चेहरा देखकर वोट दिया, तो चाय बेचने वाले मोदी देश के राजा हो गए। आपने लालू जी का चेहरा देखकर वोट दिया, तो भैंस चराने वाले लालू जी बिहार के राजा हो गए। आपके वोट में इतनी ताकत है, जिसे चाहे उसे राजा बना दें। तो एक बार लालू, नीतीश, मोदी, प्रशांत किशोर का चेहरा भूलिए। एक बार अपने बच्चों के लिए वोट दीजिए। अगर, आप अपने बच्चों के लिए वोट दीजिएगा, तो वो भी बेरोजगार नहीं रहेंगे। अगर नेता जी का चेहरा देखकर वोट दीजिएगा, तो नेता जी का चेहरा चमकेगा।