मुंगेर जिला के संग्रामपुर प्रखंड क्षेत्र अन्तर्गत उत्क्रमित उच्च विद्यालय भीखाडीह के छात्राओं के साथ शिक्षिका द्वारा बेरहमी से मारपीट का मामला सामने आया है। घटना मंगलवार की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार को विज्ञान की शिक्षिका निभा कुमारी कक्षा नौ में छात्राओं को पढा रही थी। इसी बीच बिना गलती के शिक्षिका निभा कुमारी ने छ: छात्राओं के साथ डस्टर मारने लगी। एक छात्रा आरती कुमारी को डस्टर फेंक कर मारी जो उसके आंख पर जा लगी। जिसमें उसके आंख बाल बाल बच गया लेकिन चेहरे पर सूजन आ गई है। वहीं पांच छात्राओं को भी डस्टर से एवं थप्पड़ से बड़ी बेरहमी से पिटाई करने लगी । जिससे छात्राओं के शरीर पर काले काले निशान उग आया है। दो छात्रा सर कटिया गांव की है। इस संबंध में छात्राओं ने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को आवेदन देकर उक्त शिक्षिका पर सख्त कार्यवाही करने की मांग की है। छात्राओं के बेरहम पिटाई से आहत अभिभावक पूर्व प्रमुख भुनेश्वर मांझी के साथ शिक्षिका को समझाने के उद्देश्य से विद्यालय पहूंचे। पूर्व प्रमुख ने बताया
कि जैसे ही शिक्षिका निभा कुमारी से छात्राओं के साथ मारपीट करने के बारे में पूछा तो वह उल्टे तैश में आकर कहने लगी कि इन छात्राओं को विद्यालय से निकालने के लिए पटना भी जाना होगा तो जाएंगे। किसी तरह अभिभावकों को समझाकर मामला शांत कराया। सूचना मिलने पर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी कमलेश कुमार भी विद्यालय पहूंच कर वस्तस्थिति से अवगत हुए। पिटाई की शिकार छात्रा खुशबू कुमारी, अंकिता कुमारी, राधा कुमारी, पूजा कुमारी के ने बताया कि निभा कुमारी विज्ञान की शिक्षिका है। मंगलवार को बगैर कोई गलती किए शिक्षिका ने बेरहमी से हमलोगों के साथ मारपीट की। कहते हैं प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी – इस संबंध में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी कमलेश कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि जैसे ही इसके बारे में जानकारी मिली तो वह विद्यालय पहुंचे और घटना के संबंध में जानकारी लिए। उक्त शिक्षिका को विद्यालय के शिक्षकों एवं छात्रों के समक्ष कड़ी फटकार लगाई गई तथा उनके खिलाफ जो भी विभागीय कार्रवाई की अनुशंसा की जाएगी। छात्रों के द्वारा कहा गया कि उक्त शिक्षिका मानसिक रूप से बीमार हैं तथा इस वजह से बिना किसी कारण छात्राओं से मारपीट करने लगते हैं। इस पर संज्ञान लेते हुए उक्त शिक्षिका को क्लास लेने से रोक दिया गया है। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि इस शिक्षिका के बारे में पता किया गया। यहां के पहले जमालपुर के रामपुर विद्यालय में पदस्थापित थी। कभी-कभी यह मानसिक रूप से बीमार हो जाती थी और दवाई लेने के बाद फिर ठीक हो जाती थी। सभी बिंदुओं पर पड़ताल की जाएगी