दबंग भूमाफिया ने जिंदे आदमी का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर, 7 करोड़ की भूमि की वसीयत में भतीजा बनकर फर्जी गवाहों के आधार पर रजिस्ट्री करा कर लाखों रुपए खर्च कर तहसील में दाखिला खारिज कर अपने नाम पर करा लिया।भोना इस्लामनगर के दबंग भूमाफिया हरप्रीत सिंह पन्नू, पुत्र परमिंदर सिंह ने भूमि स्वामी गुरप्रीत सिंह, पुत्र प्रताप सिंह का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाकर, पूर्व तहसीलदार आरके व लेखपाल से साठगांठ करते हुए करोड़ो भूमि अपने नाम दर्ज करा ली। इस फर्जीवाड़े का जब गुरप्रीत सिंह को पता चला तब गुरप्रीत सिंह ने तहसील कार्यालय में पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई और भूमाफिया को तुरंत तहसील प्रशासन द्वारा सूचना दे दी गई।भूमाफिया ने उसके साथ मारपीट कर जान से मारने की धमकी देते हुए उसे यहां से पंजाब भगा दिया। भूमाफिया द्वारा उसे मारने के लिए पंजाब शूटर भेजे गए लेकिन वह सफल नहीं हो पाए।पीड़ित ने आरटीआई कार्यकर्ता रवि चौधरी को अपनी भूमि पर कार्रवाई करने की अथॉरिटी दी। आरटीआई कार्यकर्ता द्वारा सूचना अधिकार में तहसील कार्यालय के फर्जीवाड़े का खुलासा किया।इस खुलासे के बाद तहसील प्रशासन में हड़कंप मच गया। वहीं पूर्व सेक्रेटरी मीनू आर्य द्वारा लिख कर दिया गया है कि यह मृत्यु प्रमाण पत्र फर्जी है.. कुमाऊं आयुक्त के निर्देश पर एसडीएम राकेश चंद तिवारी ने 2 सदस्यों की टीम गठित की जिसमें विकास खंड अधिकारी सुरेश चंद पंत तहसीलदार युसूफ अली को जांच सौंपी गई,वहीं दोषी पाए जाने पर अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही करते हुए दाखिला खारिज कर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।
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