दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान मारवाड़ी अग्रवाल, पंचायत पुरानी बाजार लखीसराय में मासिक भंडारा का भव्य आयोजन रविवार को किया गया। इस भंडारा में भागलपुर शाखा संयोजक व गुरुदेव सर्व श्री आशुतोष महाराज जी के शिष्य स्वामी संसदानंद जी ने कहा कि भक्ति करने के लिए भक्ति सूत्र को समझना होगा। भक्त बनने के लिए भक्ति का सूत्र प्राप्त कर लेना आवश्यक है। वही महाराज श्री ने भक्ति के पाँच सूत्र बताए आस्तिकता, प्रमाणिकता, सकारात्मकता , कर्मठता व दृढता। ये गुण एक साधक शिष्यो की गहने है, इन आभूषणों के बिना शिष्य का श्रृंगार अधूरा है, इसलिए इन्हें सदैव धारण करके रखना चाहिए। हनुमान जी, भक्ति मति मीरा भाई, भक्त प्रहलाद, स्वामी विवेकानंद आदि भक्तों में ये गुण विद्यमान थे। साथ ही इस भंडारे में साधु समाज, स्वामी संसदानंद, कमलेश, उदय, गोपाल प्रसाद इत्यादि हजारों की संख्या में मौजूद थे।
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