पांडवेश्वर इलाके स्थित ईसीएल के केंदा क्षेत्र के छोरा 7/9 पीट कोलियरी में खदान के अंदर कोलियरी बॉयलर में गड़बड़ी आने की वजह से लगभग 112 श्रमिक खदान के फंस गए। उनमें से सभी को बचा लिया गया है। लेकिन घटना की वजह से कोलियरी में सनसनी फैल गई। इस बारे में श्रमिक नेताओं ने कहा कि बॉयलर में गड़बड़ी की वजह से श्रमिक खदान के नीचे फंस गए थे। उनलोगों को 2 बजे निकलना था। लेकिन उनलोगो को 3 घंटे बाद निकाला जा सका। सभी श्रमिक सुरक्षित है और वह अपने-अपने घर भी चले गए। इस वजह से दूसरी पाली भी शुरू हो गई। इस घटना क़ो लेकर श्रमिको ने अपनी नाराजगी जताई कहां
इस तरह से श्रमिकों के जीवन के साथ एक खिलवाड़ करना सही नहीं है। आखिर इस तरह की गड़बड़ी हो सकती है तो मजदूर को खदान के नीचे भेजने की क्या जरूरत थी। श्रमिकों ने कहां कि प्रबंधन के लापरवाही की वजह से लगातार इस तरह के हादसे हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रबंधन से श्रमिकों की सुरक्षा को लेकर विभिन्न मतों पर कई बातें कही गई है। लेकिन उन पर कोई अमल नहीं होता है।वही घटना की खबर सुनकर 7/9 कोलियरी के मैनेजर बलवंत सिंह मौके पर पहुंचे. उन्होंने बताया कि बॉयलर के अचानक खराब हो जाने के कारण मजदूरों को खदान के अंदर से ऊपर लाना संभव नहीं हो सका. उन्होंने यह भी कहा कि वैकल्पिक बॉयलर को ठीक करने और उसे नियंत्रण में लाने में लगभग चार घंटे लग गए और मरम्मत के बाद श्रमिकों को खदान से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। उन्होंने कहा कि ईसीएल की लापरवाही का इससे कोई लेना-देना नहीं है.