तोपचांची प्रखंड के पावापुर पंचायत स्थित करमाटांड़ गांव में रविवार की देर रात 12 बजे हाथियों ने मजदूर ज्ञानचंद महतो (48) को मार डाला. झुंड में लगभग 30 हाथी शामिल थे. बताया जाता है कि हाथी तोपचांची वाटर बोर्ड से शाम में पश्चिम दिशा की ओर निकले थे. बरगोड़ा गांव से एक किमी उत्तर जंगल में वे रुके थे. उनकी चिंघाड़ सुनकर ढोलकट्टा, बरगोड़ा और चीनपुर के ग्रामीण मशाल जला व पटाखे फोड़ उन्हें भगाने का प्रयास किये. रात 11 बजे हाथी कल्याणपुर गांव होते हुए दक्षिण की ओर करमाटांड़ पहुंचे. डर से यहां के लोग घरों से बाहर निकल आये और झुंड को भगाने का प्रयास करने लगे. हाथी करमाटांड़ में न
रुक कर आगे बढ़ गये. इसी दौरान कुछ ग्रामीणों ने हाथियों पर पत्थर फेंक दिया. पत्थर लगने पर हाथी वापस लौटकर ग्रामीणों को दौड़ाने लगे. उनसे बचने के लिए ग्रामीण इधर-उधर भागने लगे. इसी बीच ज्ञानचंद महतो अपने एक और घर को बचाने के लिए चला गया तभी एक हाथी ने उसे पटक कर सिर कुचल दिया,जिससे उनकी मौके पर मौत हो गई. घटना के बाद लोगों ने इसकी सूचना वन विभाग और हरिहरपुर पुलिस को दी जहां पुलिस और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच मामले की जानकारी लेते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए धनबाद भेज दिया. वहीं वन विभाग द्वारा मृतक के आश्रितों को तीस हजार रुपए दी गई है,मृतक के तीन पुत्र है,मृतक लगभग एक सप्ताह पूर्व गांव लौटा था,वह हैदराबाद में रहकर मजदूरी करता था.