जर्मनी अगले पांच सालों के भीतर अपने 5G वायरलेस नेटवर्क से चीनी कंपनियों हुवाई और जेडटीई द्वारा बनाए गए कॉम्पोनेंट्स को हटाने की तैयारी में है। जर्मनी का कहना है कि अब 5G नेटवर्क को विस्तार देने के लिए अपने ही देश में बने कॉम्पोनेंट्स को प्रमुखता दी जाएगी।जर्मनी की इंटीरियर मिनिस्टर नैन्सी फेसर ने कहा ऐसा करने के पीछे हमारा मकसद जर्मनी के सेंट्रल नर्वस सिस्टम की सुरक्षा करना है। हम लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ऐसा कर रहे हैं।
हम अपनी कंपनियों और राज्य के संचार की सिक्योरिटी के लिहाज से ऐसा करना जरूरी समझते हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने आगे कहा हमें सिक्योरिटी रिस्क को कम करने पर जोर देना चाहिए। इसके साथ ही एकतरफा निर्भरता से बचना चाहिए। जर्मन सरकार ने इस बयान में टेलिकम्युनिकेशन संचार को मजबूती देने पर भी जोर दिया। वोडाफोन, डॉयचे टेलीकॉम और टेलीफोनिका सहित मोबाइल नेटवर्क ऑपरेटर 2026 के अंत तक अपने 5G कोर नेटवर्क से हुवाई और जेडटीई द्वारा बनाए गए कॉम्पोनेंट्स को हटाने को लेकर सहमत हो गए हैं।