स्वास्थ्य समिति देवघर के तत्वावधान में शनिवार को विश्व जुनोसिस दिवस पर जागरूकता कार्यशाला का आयोजन सिविल सर्जन डॉ रंजन सिन्हा के द्वारा दीप प्रज्वलन करके किया गया। जिसमें जिला पशुपालन पदाधिकारी, जिला आर सी एच पदाधिकारी डॉ अवधेश कुमार ,IDSP के डॉ मनीष शेखर,डीपीसी प्रवीण कुमार सिंह, DUHM सुनील मणि त्रिपाठी, सिविल सर्जन डॉ रंजन सिन्हा ने बताया कि जूनोसिस रोग ऐसी बीमारी को कहा जाता है जो इंसानों में जानवरों के माध्यम से फैलती है। पशुओं के शरीर से जब किसी बीमारी के बैक्टीरिया या वायरस इंसानी शरीर में पहुंचकर बीमारी फैलाते हैं तो ऐसी बीमारियों को जूनोसिस डिजीज कहा जाता है। जूनोसिस अर्थात पशुजन्य रोग से ऐसी बीमारियों के प्रति सभी को जागरुक करें जो जानवरों से इंसानों में फैलती है और जो बाद में जानलेवा साबित हो जाती हैं।
जूनोसिस के अन्तर्गत विभिन्न प्रमुख कारको जैसे बैक्टीरिया, वायरल, फंगल और परजीवी के कारण होने वाले रागों की जानकारी होनी चाहिए जिला पशुपालन पदाधिकारी ने बताया कि हमारे घरों में चूहे, बिल्ली, कुत्ते आदि घूमते रहते हैं। कई jhar भी रोगकारक से हो सकते हैं। इसमें रेबीज, ब्रूसेलोसिस, स्वाइन फ्लू, बर्ड फ्लू, ईबोला, निपाह, ग्लैंडर्स, साल्मोनेलोसिस, लेप्टोस्पाइरोसिस इत्यादि शामिल हैं किसी से भी फैल सकती है। विश्व में फैली कोरोना महामारी भी जूनोसिस डिजीज के श्रेणी में रखा जा सकता है, जिसमे शुरू के अध्ययनों के आधार पर इंसानों में कोरोना वायरस चमगादड़ के जरिए फैलने की रिपोर्ट मिली। सैकड़ो ऐसी बीमारियाँ हैं जो जानवरों के माध्यम से इंसानों में फैलती है। इस बैठक में चिकित्सा पदाधिकारी,साहिया BTT, STT, आदि उपस्थित थे