अमेरिकी फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च ने वर्ष 2023 में एक रिपोर्ट जारी की थी। इस रिपोर्ट में उसने अदाणी ग्रुप पर स्टॉक मैनिपुलेशन से लेकर मनी लॉन्ड्रिंग जैसे कई आरोप लगाए थे। हालांकि, 2023 के अंत में अडानी ग्रुप को इन आरोपों से छुटकारा मिल गया था।अब भारत के मार्केट रेगुलेटर सेबी ने अमेरिकी फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च के खिलाफ एक्शन लिया है। सेबी ने अमेरिकी फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च को कारण बताओ नोटिस भेजा है।सेबी द्वारा मिले नोटिस पर फर्म ने रिएक्ट किया और 1 जुलाई को पब्लिश
अपने ब्लॉग पोस्ट में कहा कि सेबी ने नोटिस में कहा है कि हमने नियमों का उल्लंघन किया है। दरअसल, सेबी ने आरोप लगाया है कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में कुछ गलत बयान शामिल थे जिससे पाठक गुमराह हुए।हिंडनबर्ग ने कारण बताओ नोटिस को “बकवास” और “पूर्व निर्धारित उद्देश्य की पूर्ति के लिए मनगढ़ंत” करार दिया।
हिंडनबर्ग ने अपने ब्लॉग पोस्ट में कहा कि हमारे विचार से सेबी की जिम्मेदारी निवेशकों की रक्षा करना है, जबकि सेबी धोखाधड़ी करने वालों की रक्षा कर रहा है। इसके आगे फर्म ने कहा कि भारतीय बाजार के सूत्रों के साथ हमारी चर्चा हुई थी और हमने पाया कि हमारी रिपोर्ट पब्लिश होने के बाद सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया ने अडानी ग्रुप की सहायता करना शुरू कर दिया था।