किसी का बैड लक कहें या सोशल मीडिया का निगेटिव पहलू. वीडियो क्लिप बहुत जल्दी वायरल होती है और अपना काम कर जाती है. राहुल गांधी के काफी वीडियो वायरल होते हैं. कभी 10 सेकेंड, कभी 12 सेकेंड की क्लिप शेयर की जाती है और माहौल तैयार कर देती है. छोटी सी क्लिप की ताकत इतनी होती है कि किसी को भी धर्म विरोधी, संप्रदाय विरोधी, यहां तक कि देशविरोधी भी साबित कर सकती है. ऐसा ही एक वीडियो कुछ घंटे पहले से वायरल है. उस वीडियो को देखने वाला बिना ज्यादा सोचे कह सकता है कि राहुल गांधी ने हिंदुओं का अपमान किया है. क्या सच में यही है?
राहुल ने क्या सच में लोकसभा में बोलते हुए नेता प्रतिपक्ष के तौर पर हिंदुओं के खिलाफ बोला. क्या भगवान शिव की तस्वीर लेकर आए राहुल ने हिंदुओं को हिंसक कहा? किसी भी निष्कर्ष तक पहुंचने से पहले हमें वीडियो का पूरा हिस्सा देखने की जरूरत है. सोशल मीडिया पर आपको 22 सेकेंड या 2 मिनट वाली क्लिप भी मिल जाएगी, लेकिन 10 सेकेंड में आप पूरी बात नहीं समझ पाएंगे. आगे आप ही तय कीजिए. पहले वो वीडियो देखिए जो बीजेपी शेयर कर रही इसमें दिखाई देता है कि राहुल गांधी हाथ उठाकर सत्तापक्ष यानी बीजेपी की ओर इशारा करते हुए कहते हैं, ‘और जो लोग अपने आप को हिंदू कहते हैं वो 24 घंटे हिंसा, हिंसा, हिंसा… नफरत, नफरत, नफरत… असत्य, असत्य, असत्य.’ इसका ऑडियो अगर कोई सुने तो उसे ऐसा ही लगेगा कि राहुल ने पूरे हिंदू समाज के खिलाफ बोला है पर क्या सच में ऐसा है? अब पूरा वीडियो देखिए राहुल गांधी कह रहे हैं, ‘हिंदुस्तान के इतिहास में तीन फाउंडेशनल आइडियाज हैं. मोदी जी ने अपने एक भाषण में कहा कि हिंदुस्तान ने किसी पर आक्रमण नहीं किया. उसका कारण है
क्योंकि ये देश अहिंसा का देश है. ये देश डर का देश नहीं है. हमारे सारे महापुरुषों ने अहिंसा की बात की. डर मिटाने की बात की. डरो मत, डराओ मत… डरो मत, डराओ मत. दूसरी तरफ शिवजी कहते हैं कि डरो मत डराओ मत. अभय मुद्रा दिखाते हैं. अहिंसा की बात करते हैं. त्रिशूल को जमीन में गाड़ देते हैं… (बीजेपी के सदस्यों की तरफ दोनों हाथों के इशारे से) और जो लोग अपने आप को हिंदू कहते हैं वो 24 घंटे हिंसा-हिंसा, नफरत-नफरत, नफरत… असत्य, असत्य, असत्य.’ (इस पर शोर होने लगा. सत्तापक्ष के सदस्य खड़े हो गए, विपक्षी सदस्य भी खड़े हो गए.) राहुल ने आगे कहा, ‘आप हिंदू हो ही नहीं.’ तब तक पीएम बैठे थे. राहुल ने आगे कहा, ‘हिंदू धर्म में साफ लिखा है. सत्य के साथ खड़ा होना चाहिए. सत्य से पीछे नहीं हटना चाहिए. सत्य से नहीं डरना चाहिए. अहिंसा हमारा प्रतीक है. अभय मुद्रा, ऐसे कीजिए. (वह हाथ का इशारा करते हैं)’ अब वीडियो देखिए. उस समय संसद टीवी की घड़ी 14.29 बजा रही थी.