अमेरिका ने एक बार फिर धार्मिक स्वतंत्रता को लेकर भारत की आलोचना की है. धार्मिक स्वतंत्रता पर बुधवार को प्रकाशित अमेरिकी विदेश मंत्रालय की वार्षिक रिपोर्ट में भारत के अल्पसंख्यकों की स्थिति पर चिंता जताई गई. रिपोर्ट में दुनियभर में मुसलमानों और यहूदियों के खिलाफ बढ़ती कट्टरता की भी बात कही गई.
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने रिपोर्ट जारी करते हुए कहा कि गाजा युद्ध को देखते हुए अमेरिका भी यहूदी विरोधी भावना और इस्लामोफोबिया दोनोंं में भारी बढ़ोतरी का सामना कर रहा है.
ब्लिंकन ने भारत के संबंध में कहा, ‘भारत में हम धर्मांतरण विरोधी कानूनों, नफरत भरे भाषण, अल्पसंख्यक समुदायों के लोगों के घरों और पूजा स्थलों को ध्वस्त करने में चिंताजनक बढ़ोतरी देख रहे हैं.
इससे पहले धार्मिक स्वतंत्रता पर रिपोर्ट जारी करते वक्त ब्लिंकन भारत को लेकर इतने सख्त शब्दों के इस्तेमाल से बचते दिखे थे लेकिन इस बार उन्होंने भारत का नाम लेकर प्रत्यक्ष रूप से ये टिप्पणी की है.