अयोध्या में 750 करोड़ से विश्वस्तरीय मंदिर संग्रहालय (भारतीय मंदिर संग्रहालय) का निर्माण कराया जाएगा। इसमें भारतीय संस्कृति के उद्भव से लेकर आज तक की चीजों का संयोजन और संग्रह किया जाएगा। टाटा संस कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसबिलिटी (सीएसआर) फंड से इसका निर्माण कराएगा। कैबिनेट ने मंगलवार को इस प्रस्ताव पर अपनी सहमति दे दी।
प्रदेश में हाल के दिनों में धार्मिक पर्यटन काफी तेजी से बढ़ा है। यहां पर आने वाले पर्यटकों को रोकने और पर्यटन के अन्य स्रोत बढ़ाने पर पर्यटन विभाग काम कर रहा है। इसी क्रम में उसकी तरफ से भारतीय मंदिर संग्रहालय की कार्य योजना तैयार की गई है। पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि मंदिर संग्रहालय में भारतीय संस्कृति के उद्गम से लेकर आधुनिक संस्कृति तक के बारे में एक जगह पर जानकारी होगी। इसमें वेद, रामायण, मंदिर-पूजा पद्धति से जुड़ी प्रामाणिक चीजें, उनके उद्भव, संस्कृति, इसके लाभ आदि के बारे में विस्तृत तरीके से जानकारी उपलब्ध होगी। इसमें जहां पौराणिक जानकारी होगी, वहीं उनका आधुनिक वर्जन भी होगा। उन्होंने बताया कि राम की पैड़ी से गुप्तार घाट के पास इसके लिए 25 एकड़ जमीन टाटा को दी जाएगी।