झारखंड में प्रवासी मजदूरों के मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. ताजा मामला तोपचांची थाना क्षेत्र अंतर्गत करमाटांड गांव का है. बताया जाता है कि करमाटांड गांव निवासी वासुदेव प्रसाद महतो अपने भाई भुनेश्वर प्रसाद महतो के साथ केरल में रेडी चला कर जीवन गुजर बसर करते थे. अचानक तबीयत बिगड़ जाने के कारण शनिवार को अस्पताल ले जाने
के क्रम में वासुदेव प्रसाद महतो की मौत हो गई. मौत की खबर लगते ही परिजनों में कोहराम मच गया. मृतक वासुदेव प्रसाद महतो का शव मंगलवार को गांव में पहुंचते ही गांव में मातम छा गया. शव के सामने बैठ परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है,वहीं परिजनों की चित्कार से उपस्थित ग्रामीणों की भी आंखें नम हो गई. मृतक वासुदेव प्रसाद महतो अपने पीछे पत्नी एवं तीन बच्चों को छोड़ गया. मृतक के भाई भुनेश्वर प्रसाद महतो ने सरकार से इस दुख की घड़ी में मदद का गुहार लगाया है.