झरिया थाना क्षेत्र अंतर्गत बीसीसीएल के ईस्ट भगतडीह के 9 नंबर बंद चानक में गिरे युवक कृष्णा भगत के शव को बीसीसीएल की माइंस रेस्क्यू की टीम ने आखिरकार लगभग 70 घंटे के बाद बाहर निकाल लिया. जिसके बाद टीम के सदस्यों और स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली. जिसके बाद शव को झरिया थाना की पुलिस ने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए धनबाद एसएनएमएमसीएच भेज दिया गया. वहीं शव निकाले जाने के बाद स्थानीय लोगों ने मृतक के परिजन को मुआवजा देने की मांग की. बता दें कि गुरुवार की रात करीब 10 बजे कृष्णा भगत चानक में गिर गया था. उस दिन रात हो जाने के कारण राहत और बचाव कार्य शुरू नहीं किया जा सका. शुक्रवार को बीसीसीएल की माइंस रेस्क्यू की टीम मौके पर पहुंची, लेकिन माइंस काफी खतरनाक होने के कारण और जुगाड़ नहीं के कारण वापस चली गई. जिसके बाद जिला प्रशासन की ओर से एनडीआरएफ की टीम को बुलाया गया. शनिवार को एनडीआरएफ की टीम ने चानक में उतरने का काफी प्रयास किया. लेकिन चानक काफी गहरा होने, उसमें पानी और गैस होने के कारण नीचे नहीं उतर सकी. टीम के लोगों ने कहा की चानक में जाने के लिए जुगाड़ नहीं है. वहीं अधिकारियों जनप्रतिनिधियों और स्थानीय लोगों के दबाव के बाद बीसीसीएल की माइंस रेस्क्यू की टीम एक बार फिर चानक पहुंची और राहत कार्य शुरू किया. दिनभर काफी मशक्कत के बाद देर शाम चानक से कृष्णा के शव को निकाला गया. पहले ही बताया जा रहा था कि शव को पानी में तीरते देखा जा रहा है. वहीं माइंस रेस्क्यू टीम के अधिकारी कोमोद रंजन मुखर्जी ने बताया कि चानक काफी गहरा और खतरनाक था. जिस कारण चानक में जाने के लिए कई इक्विपमेंट की आवश्यकता थी. जैसे-जैसे रेस्क्यू कार्य आगे बढ़ता गया, कई चीजों की आवश्यकता पड़ी. उसे मंगाया जा रहा था. जिस कारण देर हुआ. लेकिन शव को निकाल लिया गया. कहा कि इसमें बीसीसीएल के सभी अधिकारियों का काफी सहयोग मिला.
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