आयोध्या में श्रीराम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कराने वाले काशी के प्रकांड विद्वान आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित का शनिवार को मंगला गौरी पंचगंगा स्थित उनसे आवास पर निधन हो गया। वे 86 साल के थे और काफी दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे। उनके निधन से काशी के विद्वत समाज, परिचितों और शुभचिंतकों में में शोक की लहर दौड़ गई। लक्ष्मीकांत दीक्षित के नेतृत्व में ही काशी के
121 ब्राह्मणों ने अयोध्या में श्रीराम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा करवाई थी। उनका परिवार मूलरूप से महाराष्ट्र के शोलापुर का रहने वाला है, लेकिन कई पीढ़ियों पहले ही काशी में आकर बस गया था। पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित सांगवेद महाविद्यालय के वरिष्ठ आचार्य भी थे।