आसनसोल के जामुड़िया स्थित निंघा कोलियरी के सुख्यात निंगेश्वर मंदिर प्रांगण मे पतंजलि योग समिति व मानवाधिकार संगठन के सदस्यों द्वारा आज दसवें “विश्व-योग-दिवस”बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। योग शिक्षक के रूप में निंगेश्वर मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित आर्य प्रहलाद गिरि ने भारत माता के चित्र के सामने दीप प्रज्ज्वलित करके, शंख बजाकर, शंख ध्वनि को भी ओम् के सामूहिक उच्चारण जैसा ही रोगनाशक बतलाते हुए सभी योगाभ्यासी भाई-बहनों को बताया कि धर्म के नाम पर पनप रहे सभी पाखंडों को मिटाकर अब हर हालत में दैनिक योग को अपनाने से और गीता का अध्ययन करने से ही आज का अतिव्यस्त-व्याकुल बना मानव समाज सुखी रह सकता है।
तन मन और समाज के सभी रोगों का सबसे सरल और सटीक उपाय के लिए विभिन्न योगों को करते-कराते हुए योगशिक्षक पं. आर्य गिरि ने वृक्षासन से शारीरिक-लाभों को बतलाते हुए यह भी बताया कि अब हर व्यक्ति को हर साल कम-से-कम एक वृक्ष अवश्य लगाना ही होगा। तभी हमारी धरती माता हर साल बढ़ते ही जा रहे सौर-तापों से झुलसती जारही विश्व-मानवता को बचा पायेंगी। योग महोत्सव के रूप में विश्वविख्यात आज के विश्व-योग-दिवस के प्रोटोकॉल के अनुसार ही सारे योगासन प्राणायाम सर्व सुख शांति की प्रार्थना कराते हुए तालियों व हंसी ठहाकों के बाद भारत माता की जैकारों से समाप्त किये गये। इस अवसर पर अनेकानेक धर्म-समाजोपयोगी पुस्तकों की प्रदर्शनी भी लगाई गयी। योगोपरांत सभी योगाभ्यासियों को व सैकड़ों पथिकों को भी “धार्मिक-क्रांति-पत्र” के साथ साथ लस्सी और बिस्कुट के पैकेट भी बांटे गए। इस अवसर पर जीतेंद्र बर्मा आनंद राज प्रदीप सिंह कुंदन नोनिया दिलीप शर्मा डाक्टर मनोज यदु यादव लालचंद अग्रवाल मृत्यंजय मंडल उषा देवी लालू आशा मंडल उमारानी गिरि पार्वती विश्वकर्मा रामप्रवेश पासवान अंजु देवी मंजु देवी द्रौपदी नोनिया रीना महतो सुनीता रामसरेख प्रमिला रामशरण पासवान आदि विशेष रूप से सक्रिय थे। योग संचालक पं. आर्य गिरि ने विश्व योग दिवस के शुभावसर पर सभी योगाभ्यासी भाई-बहनों को बधाई व शुभकामनाएं देते हुए लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के रूप में सफलतापूर्वक सदा ही तत्पर रहने वाले सभी पत्रकार बंधुओं को भी सहर्षादर धन्यवाद ज्ञापित किया।