औरंगाबाद में आज बुझ गया पिता का एकलौता चिराग आपको बता दूं कि देशभक्ति की जुनून रखने वाला ओम प्रकाश देश की सेवा करने से पहले ही सहीद हो गया मामला है बारुण थाना क्षेत्र के देवरा गांव की गौरतलब है कि औरंगाबाद के बारुण थाना क्षेत्र के देहोरा ग्राम निवासी रामाशीष मेहता के एकलौता पुत्र जिसकी मौत बोकारो में सेना की बहाली में दौड़ लगाते वक्त उठी पेट में दर्द के कारण आज जमुहार हॉस्पिटल में जाने के दौरान रास्ते में हो गई उनके परिजनों ने बताया कि ओमप्रकाश सेना में बहाल हो कर देश सेवा करने का जज्बा रखता था इसी दौरान झारखंड के बोकारो में सेना की बहाली निकली हुई थी जिसमेंको लेकर वह वहाँ गया था और दौड़ लगाने के क्रम में उसे अचानक तबियत बिगड़ गई हला की प्राथमिक उपचार के बाद किसी तरह ओमप्रकाश घर तो जरूर आगया लेकिन परिजनों के द्वारा जब उसे इलाज हेतु हॉस्पिटल ले जाया जा रहा था कि इसी दौरान उसकी मौत रास्ते मे ही हो गई तब से उनके परिजनों का रोरोकर बुरा हाल है। हालांकि आसपास के युवाओं ने ओमप्रकाश की मौत पर दुख प्रकट करते हुए आज जोगिया बाजार में शहीद जगतपति स्मारक के पास कैंडल जलाकर उसकी सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित किया है तथा युवाओं ने कहा ओम प्रकाश का असमय जाना सबो के लिए असहनीय है लेकिन हम सभी युवा साथी मिलकर उनकी कमियों की पाटने का कार्य करेंगे
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